विश्वविद्यालय की परीक्षा में पकड़े गए दो नकलची
बस्ती : सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की परीक्षा बुधवार से जिले के 55 केंद्रों पर शुरू हुई। निर्देश कुछ
बस्ती : सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की परीक्षा बुधवार से जिले के 55 केंद्रों पर शुरू हुई। निर्देश कुछ भी हो मगर निगरानी नहीं हो पा रही है। परीक्षा की सुचिता भगवान भरोसे है। गोपनीयता की आड़ में सचल दल और जिम्मेदार लंबा खेल कर रहे हैं। कई केंद्रों पर नकल माफियाओं की तूती बोल रही है। पहले दिन सुबह की पाली में बीए प्रथम वर्ष राजनीति विज्ञान, बीएससी प्रथम वर्ष भौतिक विज्ञान, जंतु विज्ञान, बीएससी तृतीय रसायन विज्ञान की परीक्षा संपन्न कराई गई। द्वितीय पाली में बीए द्वितीय वर्ष राजनीति विज्ञान, बीएससी द्वितीय वर्ष भौतिक विज्ञान और जंतु विज्ञान की परीक्षा हुई। प्रथम पाली में बाहरी बैच के हाथ दो नकलची लगे। जबकि स्थानीय स्तर गठित सचल दल का दिन भर कोई लोकेशन नहीं मिला। इनकी जांच कहां हुई और क्या कार्रवाई हुई यह विश्वविद्यालय को भी नहीं पता चल पाया। जिले के 65 महाविद्यालयों के स्नातक और परास्नातक के पंजीकृत 41441 परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा शुरू कराई गई है। इसकी निगरानी के लिए दो सचल दल गठित हुए हैं। स्थानीय स्तर पर डा. स्मिता ¨सह के नेतृत्व में और बाहरी सचल दल के रूप में बलरामपुर के डा. जेपी पांडेय की अगुवाई में सचल दल गठित हुआ है। मगर गोपनीयता बरतने की आड़ में यह सचल दल कार्रवाई तक सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे हैं। यदि किसी परीक्षा केंद्र पर सुचिता के साथ खिलवाड़ हो रहा है तो सचल दल को यह जानकारी भी नहीं दी जा सकती। फिलहाल बाहरी सचल दल के निरीक्षण में राकेश चतुर्वेदी महाविद्यालय दसकोलवा में सुबह की पाली में दो छात्र नकल करते हुए पकड़े गए। सचल दल के प्रभारी द्वारा कुछ केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा न मिलने पर संबंधित केंद्राध्यक्ष को हिदायत दी गई है। देर शाम सभी केंद्रों की उत्तरपुस्तिकाएं नोडल केंद्र बनाएं गए एपीएन पीजी कालेज में जमा की गई।
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परीक्षा से संबंधित शिकायत हमें करें
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के रजिस्टार बद्रीनाथ ¨सह ने कहा कि सचल दल को गोपनीय तौर पर रखा जाता है। इसलिए उनके नंबर सार्वजनिक नहीं किए जा सकते हैं। जहां तक शिकायत की बात है तो कोई त्रुटि हो तो उनके संज्ञान में लाया जाए। उसे दूर किया जाएगा।