आजीवन कारावास की सजा काट रहे दो कैदी रिहा
जिला कारागार से आजीवन कारावास की सजा काट रहे दो कैदियों की शेष सजा माफ कर रिहाई कर दी गई। वह 20 वर्ष से अधिक सजा काट चुके थे।
बस्ती: जिला कारागार से आजीवन कारावास की सजा काट रहे दो कैदियों की शेष सजा माफ कर रिहाई कर दी गई। वह 20 वर्ष से अधिक सजा काट चुके थे।
जेल प्रशासन के अनुसार सिद्धार्थ नगर के इटवा थाना क्षेत्र के पकड़ी नंदलाल गांव निवासी महबूब आलम को दहेज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा 21 अप्रैल 2004 को सुनाई गई थी। जिला कारागार के अभिलेख के अनुसार सजा व सजा से पहले कुल मिलाकर महबूब ने 21 साल 6 माह 12 दिन की अवधि जेल में बिताई। बस्ती जनपद के कोतवाली क्षेत्र के भूअर निरंजनपुर निवासी रामसूरत पुत्र रामरेखा को भी दहेज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। रामसूरत 20 साल 6 माह 11 दिन जेल में बिता चुका है। दोनों कैदियों को शासन के आदेश पर रिहा कर दिया गया है। इसकी पुष्टि जेलर अनिल कुमार सुधाकर ने की है।