रीच यूपी एप पर दर्ज होगा मरीजों का ब्योरा
प्रदेश सरकार के सहयोग से पाथ संगठन ने तैयार किया एप
बस्ती : अब तेज बुखार से पीड़ित खासकर जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) और एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिड्रोम (एईएस) मरीजों का पूरा ब्योरा 'रीच यूपी एप' पर दर्ज होगा। एप से पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) व इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) की मानीटरिग की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके गुप्ता ने जिला अस्पताल के पीआइसीयू में कार्यक्रम में एप को लांच किया है। एप पर काम करने से भर्ती मरीजों पर जिले और प्रदेश के अधिकारी नजर रख सकेंगे, वहीं वार्ड में दवाओं की उपलब्धता और उपकरणों की स्थिति की भी हर समय मानीटरिग कर सकेंगे। यह पहल जेई-एईएस बीमारी की रोकथाम के लिए की गई है। प्रदेश सरकार के सहयोग से पाथ संस्था ने एप तैयार किया है। डीएमओ आईए अंसारी ने बताया कि मरीजों का डाटा जमा करने को लेकर समस्या हो रही थी। पीआइसीयू व ईटीसी में कौन सी दवा उपलब्ध नहीं है तथा कहां का कौन सा उपकरण काम नहीं कर रहा है इसकी जानकारी नहीं हो पाती थी। रीच एप से सभी पीआइसीयू, मिनी पीआइसीयू व ईटीसी के इंचार्ज को जोड़ा गया है। उन्हें टेबलेट दिया गया है। यह लोग इस एप पर मरीज के भर्ती होने के साथ ही उसकी पूरी डिटेल परामर्श के साथ दर्ज करेंगे। एप पर दर्शाना होगा कि यहां आने से पहले मरीज को कहां-कहां दिखाया गया है। इंचार्ज को वार्ड में दवाओं की मांग व किसी उपकरण के खराब होने पर तत्काल सूचना देनी होगी। एप से दो पीआइसीयू व 13 मिनी पीआइसीयू तथा 14 ईटीसी जुड़ गए हैं।