मिल से स्क्रैप लदवाते समय हुआ विवाद
स्क्रैप निकाले जाने के विरोध में परिवार सहित कर्मियों ने दिया धरना
बस्ती: बस्ती चीनी मिल में स्क्रैप लदवाने पहुंचे अधिकारियों को मिल कर्मचारियों के साथ-साथ महिलाओं के भी विरोध का सामना करना पड़ा। दो गाड़ी स्क्रैप लादकर भेजा गया, मगर तीसरी गाड़ी को अधिक विरोध के चलते खाली जाना पड़ा।
मंगलवार को दिन में दो बजे एसडीएम, तहसीलदार, उपश्रमायुक्त, सीओ सिटी, एसओ पुरानी बस्ती सर्वेश राय पुलिस फोर्स के साथ बस्ती सुगर मिल पहुंचे। बाद में 3 वाहनों में मिल में रखा स्क्रैप लदवाने लगे। यह सूचना जैसे ही मिल कर्मियों को लगी वे महिलाओं और बच्चों के साथ पहुंचकर गेट पर ही धरने पर बैठ गए। प्रशासन के प्रति नारा•ागी व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की। मिल कर्मियों ने वहां पर उपस्थित अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे उनकी भी समस्या सुनें। बताया कि उनका 2 साल का वेतन ,सीजनल कर्मियों का 3 साल का रिटे¨नग, 10 वर्ष का बोनस, चार वर्ष का एरियर आदि बकाया है। कहा कि उनकी समस्याओं का समाधान कर दिया जाए और तब मिल का स्क्रैप ले जाया जाए। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि मिल स्क्रैप की वैल्यू जो आइटीआइ से लगी है वह गलत है। वह इसका विरोध करते हैं। इसकी वैल्यू एनएसआइ कानपुर से लगनी चाहिए। इस पर अधिकारियों का कहना है कि 4 करोड़ रुपये की आरसी कट चुकी हैं। वहीं कर्मचारियों ने कहा कि इसमें से दो करोड़ रुपये गन्ना समिति का गलत जोड़ा गया है। इस अवसर पर आशुतोष ¨सह, सूर्यमणि चतुर्वेदी, बसंती यादव, सुधा त्रिपाठी, जयप्रकाश त्रिपाठी, रामउग्रह, राकेश श्रीवास्तव, लक्ष्मी त्रिपाठी, राजकुमार पांडेय, रंजना ¨सह, अर्पिता यादव की मौजूदगी रही।