कनेक्शन के नाम पर छले जा रहे उपभोक्ता
मनमाने ढंग से की जा रही पैसे की वसूली
बस्ती : बिजली विभाग के अजीब कारनामे हैं। एक तरफ सरकार हर घर, हर गांव को बिजली की रोशनी से आच्छादित करने के लिए जोर दे रही, तो दूसरी ओर विभाग के ही कुछ जिम्मेदार सरकार की इस पहल को कमजोर करने में जुटे हैं। निश्शुल्क कनेक्शन व कुछ सरकारी दर जमा कर कनेक्शन जारी करने के आदेश को यहां ठेंगा दिखाया जा रहा। यही नहीं कनेक्शन के नाम पर उपभोक्ताओं को छला जा रहा, उनसे नियमों की आड़ में 23 सौ रुपये के कनेक्शन चार्ज के नाम पर 15 हजार रुपये तक की वसूली की जा रही है। शहर से लगायत कुछ ऐसे गांव हैं, जहां शहर की बिजली आपूर्ति है। विभाग के नियमों पर यकीन करें तो 40 मीटर की दूरी तक कनेक्शन सरकारी दर पर दिए जाते हैं। 1 किलो वाट कनेक्शन लेने के लिए शहरी उपभोक्ताओं को 23 सौ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। सरकार का मकसद है कि बिजली से हर परिवार जुड़ें, इसके लिए सौभाग्य योजना के तहत कनेक्शन भी निश्शुल्क जारी किए जा रहे हैं। योजना के नाम पर उपभोक्ताओं से मनमाना वसूली की जा रही है, ऐसे में योजना फ्लाप हो रही। कुछ ऐसा ही मामला गिदही पावर हाउस क्षेत्र के गांव मनहनडीह व छुईलिया में सामने आया। यहां शहर की भी बिजली आपूर्ति दी जा रही। यहां कुछ ऐसे उपभोक्ता कनेक्शन के लिए लाइन में खड़े हैं, जो प्रक्रिया पूरी चुके हैं, बावजूद इसके उनको कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है। कारण, वह मनमानी वसूली पूरी नहीं कर पा रहे हैं। बताया जा रहा है कि करीब आधा दर्जन उपभोक्ता कनेक्शन लेने की अर्जी डाल दिए हैं, लेकिन अवर अभियंता उनको 40 मीटर से अधिक दूरी होने का हवाला देकर टरका रहे हैं, जबकि उसी क्षेत्र में 100 मीटर से अधिक दूरी पर कनेक्शन दिए जा रहे हैं। उपभोक्ताओं ने सवाल किया है, कि एक ही गांव में दो-दो नियम समझ से परे है। इसकी शिकायत मुख्य अभियंता से भी की गई है।
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विभागीय नियम है कि 40 मीटर से अधिक दूरी हैं तो खंभे से घरेलू कनेक्शन नहीं जाएंगे। उसके लिए स्टीमेट बनाना पड़ता है। अगर, इसके बाद भी कनेक्शन दिए गए हैं और दूसरे उपभोक्ताओं को नियम बताया जा रहा तो इसकी जांच कराई जाएगी। धनउगाही हुई तो संबंधित अवर अभियंता से जवाब तलब किया जाएगा। कुछ शिकायतें मिली हैं, जांच कराई जा रही है।
ईं. ओपी यादव, मुख्य अभियंता विद्युत वितरण