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एटीएम में ही हैकर फिट कर दे रहे क्लो¨नग सिस्टम

छोटी सी डिवाइस लगा एकत्र कर लेते हैं एटीएम कार्ड की जानकारी

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 09:41 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2018 09:41 PM (IST)
एटीएम में ही हैकर फिट कर दे रहे क्लो¨नग सिस्टम
एटीएम में ही हैकर फिट कर दे रहे क्लो¨नग सिस्टम

बस्ती: बिना खाता संख्या, एटीएम नंबर, पिन आदि की जानकारी दिए ही खातों से रकम उड़ाने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके पीछे ठगों द्वारा एटीएम कार्ड की क्लो¨नग किया जाना बताया जा रहा है।

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इन दिनों एटीएम कार्ड हैक कर खाते से रकम उड़ाने की घटनाएं बढ़ गई हैं। जालसाजी के इस तरीके में एटीएम कार्ड की क्लो¨नग की जाती है। कार्ड क्लोन के जरिये एटीएम कार्ड को हैक कर अकाउंट से पैसे निकाल लिए जा रहे हैं। कार्ड का क्लोन तैयार कर सारी डिटेल स्टोर की जाती है। यह दिखने में भी एटीएम कार्ड की ही तरह होता है। एटीएम कार्ड में मैग्नेटिक स्ट्रिप होती है काले रंग की, इस स्ट्रिप में अकाउंट से जुड़ी जानकारी सेव रहती है। इन्हीं जानकारी को जालसाज एक डिवाइस का इस्तेमाल कर के आपके कार्ड का एक क्लोन बना लेते हैं।

साइबर क्राइम विशेषज्ञ संजय शुक्ल ने बताया कि डिवाइस को कार्ड स्वै¨पग मशीन में फिट कर के कार्ड की डीटेल्स को कापी कर लिया जाता है। कापी किया गया डाटा जालसाज के डिवाइस की मेमोरी यूनिट में सेव हो जाता है। व्यक्ति जैसे ही किसी एटीएम में अपना कार्ड लगाकर पिन कोड डालते हैं तो डिवाइस के जरिये कार्ड के पिन को रीड कर लिया जाता है। उसके बाद एटीएम कार्ड का क्लोन बना कर व्यक्ति के खाते से रकम उड़ा दी जाती है। बताया कि अक्सर पुराने एटीएम या फिर ऐसे एटीएम जिन पर गार्ड नहीं हैं या सीसीटीवी नहीं लगा है, हैकरों के लिए मददगार साबित हो रहे रहे हैं। हैकर ऐसे एटीएम में आसानी से डिवाइस फिट कर दे रहे हैं। कार्ड की डिटेल एकत्र कर ले रहे हैं। फिर खाते से रुपये निकाल ले रहे हैं। इसी कारण सरकार ने पुराने एटीएम व कार्डों को हटाने का निर्देश दिया है।

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एटीएम की नहीं होती चे¨कग

पुलिस बैंक तो चेक करती है, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को भी देखती है, मगर एटीएम की सुधि उसे कभी नहीं आती है। जब कभी एटीएम पर जालसाजों द्वारा झांसा देकर कार्ड बदलकर रुपये निकालने की घटना होती है तो ही पुलिस एटीएम पर पहुंचती हैं, अन्यथा कभी वहां झांकने तक नहीं जाती है। उसमें सीसीटीवी कैमरा लगा है या नहीं, गार्ड तैनात है या नहीं, सीसीटीवी कैमरा काम कर रहा है या बंद है इसकी भी जानकारी की जरूरत नहीं समझी जाती है। ऐसे में हैकरों की राह आसान हो जाती है।

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पुराने और गार्ड रहित एटीएम में हैकर माइक्रो डिवाइस लगाकर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इतना ही नहीं की बोर्ड के ऊपर सेम की बोर्ड लगाकर पिन नंबर की कापी की जा रही है। बस्ती शहर के सभी एटीएम की चे¨कग कराई जाएगी।

आलोक ¨सह, सीओ सिटी, बस्ती।


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