सीएचसी गौर पर थर्मल स्क्रीनिग मशीन नहीं, कैसे हो जांच
कोरोना से जंग लड़ने के लिए यहां अलग से ओपीडी सहित कंट्रोल रूम बनाया गया है।
बस्ती : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर में कोरोना की जांच के लिए थर्मल स्क्रीनिग मशीन नहीं है। यहां बिना थर्मल स्क्रीनिग किए लोगों के लक्षण के आधार पर क्वारंटाइन किया जा रहा है।
कंट्रोल रूम में किसी भी तरह की जानकारी के लिए प्रभारी चिकित्साधिकारी के नंबर पर फोन किया जा सकता है। यही नहीं गांव-गांव जाकर मरीजों को चिह्नित करने के लिए टीम भी गठित की गई है। प्रभारी चिकित्साधिकारी रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि लोगों के लक्षण देखकर उन्हें क्वारंटाइन करवाया जा रहा है। अभी तक 700 लोगों को उनके ही घरों में क्वारंटाइन किया गया है। 297 लोगों की क्वारंटाइन अवधि पूरी हो चुकी है।
सल्टौआ संवाददाता के अनुसार कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सल्टौआ में 10 टीमें गठित की गई है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आनंद मिश्र ने बताया कि टीम में दो मेडिकल स्टाफ, एक लेखपाल व एक कांस्टेबल शामिल हैं। क्षेत्र को आठ सेक्टर में बांटा गया है। क्वारंटाइन सेंटरों पर मौजूद लोगों की जांच प्रत्येक दिन करके सूचित किया जाता है। दो टीमें अस्पताल में इमरजेंसी सेवा के लिए लगाई गई है। गौरा संवाददाता के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य टीम अलर्ट है। कप्तानगंज के सीएचसी अधीक्षक डा. विनोद कुमार ने बताया कि दो वार्डो में 12 बेड आरक्षित किए गए हैं। सात चिकित्सक मुस्तैद हैं। गांव में बाहर से आने वालों की जांच की जा रही है।
कोरोना वायरस से निपटने को स्वास्थ्य विभाग सभी जरूरी संसाधन होने का दावा भले ही कर रहा हो लेकिन, जमीनी हकीकत उलट है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरहा में आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से तैयार नहीं है। जरूरी सुविधाएं भी आइसोलेशन वार्ड में नहीं है। प्रभारी चिकित्साधिकारी कुदरहा डा. फैज वारिस ने बताया कि जिलाधिकारी का पत्र मिला है। अस्पताल को लेवल-वन में चयनित किया गया है। जिसमें 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार करना है।