गोवंश आश्रय स्थलों में बीमार मिले 34 पशु, डीएम सख्त
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों को लेकर शुक्रवार को सख्त नजर आईं। विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा करते हुए पर्यवेक्षण अधिकारियों की रिपोर्ट पर चर्चा की।
बस्ती: जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों को लेकर शुक्रवार को सख्त नजर आईं। विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा करते हुए पर्यवेक्षण अधिकारियों की रिपोर्ट पर चर्चा की। मुख्य विकास अधिकारी अरविद कुमार पांडेय ने बताया कि रिपोर्ट में आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंशीय पशुओं में से 34 बीमार पाए गए हैं। इस पर डीएम ने तत्काल उनके उपचार की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। रामनगर विकास खंड के कुछ गोवंश आश्रय स्थलों के संचालन को रकम न पहुंच पाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सीवीओ से इसका कारण पूछा तो बताया गया कि रामनगर के पशु चिकित्साधिकारी अवकाश पर हैं, इसलिए ऐसा हुआ है। इस पर डीएम ने सीवीओ को शोकाज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। पर्यवेक्षण के दौरान जनपद के तीन पशु चिकित्साधिकारियों के बारे में बताया गया कि वह संबंधित गोवंश आश्रय स्थल पर नहीं जा रहे हैं, ऐसे में उन्हे भी शोकाज नोटिस जारी करने का निर्देश सीडीओ को डीएम ने दिया। डीएम ने मोबाइल वेटनरी क्लीनिक वाहन को प्रतिदिन गोवंश आश्रय स्थलों का भ्रमण करने और बीमार पशुओं का मौके पर इलाज करने का निर्देश दिया। डीएम ने पालीथीन पर प्रतिबंध की समीक्षा करते हुए यह पता करने का निर्देश दिया कि पालीथीन बाजार में कहां से सप्लाई हो रहा है। कहा कि उन स्थानों पर भी छापेमारी की जाए। पौधरोपण की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि 9 अगस्त तक 50 फीसद और 15 अगस्त तक शत प्रतिशत पौधरोपण कर लिया जाए।