बस्ती जेल में फिर मिले मोबाइल, जांच शुरू
सिम के जरिये काल डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी उठ रहे सवाल
बस्ती : जेल में चार दिन पूर्व फिर मोबाइल मिलने से खलबली मची है। इसकी जांच शुरू हो गई है कि यहां तक यह कैसा पहुंचा। अपराधी किस्म के बंदी जेल में बैठ किससे बात करते हैं। सिम के जरिये काल डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस को फिलवक्त कुछ हाथ नहीं लगा है।
जनवरी की 18 और 21 तारीख को जेल में मोबाइल मिला तो पुलिस क कान खड़े हो गए। कहीं जेल से इसके जरिये बंदी किसी वारदात को अंजाम देने की साजिश तो नहीं रच रहे। यह चिंता इसलिए भी अधिक मायने रखती है क्योंकि जिला कारागार में मोबाइल मिलने का क्रम लगातार जारी है।
पिछले वर्ष 14 अगस्त को न्यायालय में पेशी के बाद जेल वापस लौटते समय बंदी परवेज के पास मोबाइल मिला। तीन बाद ही बैरक नंबर आठ के बंदी बृजेश गौड़ को मोबाइल चलाते पकड़ा गया। 18 सितंबर को रूटीन चेकअप के बंदी राहुल के पास मोबाइल बरामद हुआ। छह दिसंबर को बंदी देवेंद्र के पास मोबाइल मिला तो 11 दिसंबर को डीएम और एसपी की औचक छापेमारी में भी जेल से एक मोबाइल, ईयर फोन बरामद हुआ था।
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18 जनवरी को मोबाइल मिलने पर तीन बंदी रक्षकों को निलंबित किया गया है। 21 जनवरी को दो मोबाइल बरामद हुए। सिम और काल डिटेल के आधार पर मोबाइल चलाने वाले बंदी की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
संतलाल यादव, वरिष्ठ जेल अधीक्षक, बस्ती