नए पैटर्न को लेकर असमंजस में बोर्ड परीक्षार्थी
एक विषय का होगा एक ही पेपर, नहीं मिलेगा विकल्प
बस्ती: यूपी बोर्ड की सत्र 2019 में होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा तिथि नजदीक आने के क्रम में विद्याíथयों की सक्रियता भी बढ़ती जा रही है। विद्यार्थी अच्छे प्रदर्शन की खातिर अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं दिसंबर माह के दूसरे पखवारे में होंगी तो वहीं लिखित परीक्षा फरवरी माह के प्रथम सप्ताह से शुरू होगी। एक ओर जहां विभागीय स्तर पर परीक्षा को संचालित कराए जाने की तैयारियां तेज हैं तो वहीं दूसरी ओर विद्यार्थी भी अपनी तैयारी में जुटे हैं। कोर्स शीघ्र समाप्त कर रिवीजन कर लेने की खातिर विद्यार्थी दिन-रात एक किए हैं। हालांकि इंटरमीडिएट कक्षा की परीक्षा इस बार नए प्रश्न पत्र पैटर्न पर होगी जिसके चलते विद्याíथयों में असमंजस की स्थिति है। इस बार उन्हें भी हाई स्कूल की ही तरह विभिन्न विषयों के एक ही पेपर देने होंगे। ऐसे में विद्याíथयों को अपनी पूरी ताकत एक बार में ही झोंकनी होगी क्योंकि किसी विषय के पेपर के ठीक न होने की स्थिति में उनके पास दूसरे पेपर का विकल्प नहीं होगा। इस बार यूपी बोर्ड ने किताबें भी एनसीईआरटी पैटर्न की जारी की हैं जिसके चलते विषय वस्तु के तमाम तथ्य नए हैं। बदली हुई परिस्थिति में पहली बार परीक्षा देना परीक्षाíथयों के लिए कड़ी चुनौती है। कक्षा 12 के सत्यम पाठक कहते हैं की नए पैटर्न की परीक्षा पहली बार होने के कारण इसका अनसाल्व भी उपलब्ध नहीं है इससे थोड़ी कठिनाई हो रही है। संदीप चौरसिया कहते हैं के दो की जगह एक पेपर होने से परीक्षा तो जल्दी निपट जाएगी लेकिन चुनौती बढ़ गई है। दीपक विश्वकर्मा कहते हैं की एक तो कोर्स में तमाम बदलाव किए गए हैं ऊपर से प्रत्येक विषय की केवल एक पेपर में ही परीक्षा होगी। ऐसे में समस्या तो है लेकिन हमारी तैयारी भी इसके अनुरूप ही चल रही है।