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कोरोना संक्रमण से आर्थिक तंगी झेल रहे छोटे व्यापारी

सराफा व्यवसायियों को तीन से चार करोड़ का नुकसान कपड़ा व्यवसायियों को घर का खर्च चलाने में हो रही परेशानी

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 May 2021 11:36 PM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 11:36 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से आर्थिक तंगी झेल रहे छोटे व्यापारी
कोरोना संक्रमण से आर्थिक तंगी झेल रहे छोटे व्यापारी

जागरण संवाददाता,बस्ती: कोरोना महामारी के संक्रमण से हर वर्ग परेशान है। इस महामारी ने व्यवसाय को एक बार फिर से बेटपरी कर दिया है। छोटा व्यवसायी हो या बड़ा, सभी कोरोना क‌र्फ्यू की मार झेल रहे है। हर वर्ग के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। व्यापारी वर्ग का दर्द भी कुछ कम नहीं है।

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जागरण ने शुक्रवार को जब व्यवसायियों से कोरोना क‌र्फ्यू के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान की बात की तो उनका दर्द छलक आया। व्यवसायियों ने बताया कि कोरोना महामारी ने उनके व्यवसाय को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। सराफा व्यवसायियों ने कहा कि एक बार फिर से कोरोना की मार सराफा व्यवसायियों पर पड़ी है। कोरोना क‌र्फ्यू से काफी नुकसान हुआ है। अभी संक्रमण की रफ्तार थमी नहीं है। ऐसे में कितने दिनों तक कोरोना क‌र्फ्यू रहेगा कुछ पता नहीं है। सबसे ज्यादा चिता सता रही है नुकसान की भरपाई कैसे होगी। कपड़ा व्यवसायियों के सामने और भी संकट गहरा गया है। दुकानें बंद होने से उनकी पूंजी निकल नहीं पा रही है। जैसे तैसे घर का खर्च चला रहे हैं। कपड़ा व्यवसायी सबसे ज्यादा चितित है कि वह दुकान का किराया कैसे देंगे। पेश है व्यापरियों की प्रतिक्रिया पर एक रपट। कोरोना क‌र्फ्यू में सबसे ज्यादा छोटे सराफा व्यवसायी को दिक्कत हो रही है। उन्हें आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही हैं। बड़े सराफा व्यवसायियों के सामने भी परेशानी है। शादी के सीजन में अब तक सराफा व्यवसासियों को दो से तीन करोड़ का नुकसान हुआ है। सरकार ने शादी की अनुमति तो दी है मगर सराफा की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी है। जिससे काफी नुकसान हो रहा है। अगर सरकार सराफा व्यवसायियों को दिन में दो से तीन घंटे तक दुकान खोलने की अनुमति दे तो इससे थोड़ी राहत मिलेगी।

कुंदन लाल वर्मा, सराफा व्यवसायी व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। दुकानें बंद होने से पुराने स्टाक भी नहीं निकल पाएं हैं। जिससे घर का खर्च भी चलाना मुश्किल हो गया है। पूंजी निकालने को कौन कहे दुकान का किराया देना भी सबसे बड़ी चिता बनी हुई हैं। सरकार को कपड़ा व्यवसायियों को राहत देने के लिए सप्ताह में दो से तीन दिन दुकान खोलने की अनुमति देनी चाहिए। ताकि व्यवसाय टूटे न और पूंजी भी निकल जाए।

अहमद, कपड़ा व्यवसायी कोरोना क‌र्फ्यू के चलते व्यवसाय प्रभावित हुआ है। सामान्य दिनों में आर्डर देने पर उधारी पर भी सामानों की आपूर्ति हो जाती थी, मगर कोरोना क‌र्फ्यू के चलते अब पूरा कैश देने पर ही सामानों की आपूर्ति हो रही है। किराना व्यवसायियों को दुकानें खोलने के लिए समय निर्धारित किया गया है। निर्धारित समय में दो गज की दूरी बनवाकर ही सामान बेचे जा रहे हैं। ऐसे में सामानों की बिक्री कम हो पा रही है। अगर सरकार शाम के समय में भी दुकानों को खोलने की अनुमति दे तो थोड़ी राहत होगी। कोरोना के चलते कुछ सामनें महंगी भी हुई है।

राकेश गुप्ता, किराना व्यवसायी।


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