चउरा पुल का एप्रोच कटा, आवागमन प्रभावित
इस मार्ग से क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग हर दिन भानपुर तहसील भिरिया बाजार सल्टौआ सोनहा सहित पड़ोसी जिले सिद्धार्थनगर तक का सफर करते है। शिवपुर अजगैवा जंगल आमा टिनिच सुल्तानपुर कैथोलिया बेलवाडाड़ बेतौहा घुरहूपुर टिनिच शुक्ल सहित अन्य ग्राम पंचायतों के लोगों का इसी रास्ते से आना जाना है।
बस्ती: कुआनो नदी के चउरा पुल का एप्रोच कट जाने से आवागमन प्रभावित हो गया है। राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एप्रोच कट जाने से राहगीरों को अधिक दूरी तय कर यात्रा करना पड़ रहा है। दो पहिया वाहनों के चालक तो जैसे तैसे पार कर रहे है, लेकिन चार पहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप है।
इस मार्ग से क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग हर दिन भानपुर तहसील, भिरिया बाजार, सल्टौआ, सोनहा सहित पड़ोसी जिले सिद्धार्थनगर तक का सफर करते है। शिवपुर, अजगैवा जंगल, आमा, टिनिच, सुल्तानपुर, कैथोलिया, बेलवाडाड़, बेतौहा, घुरहूपुर, टिनिच शुक्ल सहित अन्य ग्राम पंचायतों के लोगों का इसी रास्ते से आना जाना है। अंधेरे में इधर से गुजरना और भी खतरनाक साबित हो सकता है। दो दिन पहले हुई बारिश के चलते एप्रोच कट गया था। राहगीरों ने पुल के दोनों तरफ बोल्डर बिछाने की मांग की है।
राजगीर पप्पू पांडेय ने कहा कि जरा सी बारिश होने पर यहां कटान हो जाती है। विभाग को पुल के दोनों तरफ बोल्डर बिछाना चाहिए। सुखराम ने कहा कि जिम्मेदारों को इसके लिए स्थायी इंतजाम करना चाहिए। आनंद मिश्र ने कहा कि सबसे अधिक खतरा रात के समय बना रहता है। शिव कुमार ने कहा कि यदि तत्काल एप्रोच मार्ग सही नही हुआ तो हादसा हो सकता है।
जनपद में न्यूरो एवं हृदयरोग विशेषज्ञों की तैनाती की मांग उठाई
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उप्र के जिलाध्यक्ष मस्तराम वर्मा की अगुवाई में मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन सदर विधायक दयाराम चौधरी को सौंपा। उनसे समस्याओं के निस्तारण की मांग किया।
विधायक ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर निस्तारण कराने का प्रयास करेंगे।
ज्ञापन में बस्ती मंडल मुख्यालय पर जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कालेज में न्यूरो एवं हृदयरोग विशेषज्ञों को तैनात किए जाने, कर्मचारियों के लिए नये राजकीय आवासों का निर्माण किए जाने, पुराने भवनों के मरम्मत किए जाने, विकास प्राधिकरण के कार्यों को पारदर्शी बनाकर उत्पीड़न बंद कराए जाने, सुविधा उपलब्ध कराने सहित कई अन्य मांगे शामिल रही। वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामअधार पाल, मंत्री तौलू प्रसाद, मनोज कुमार, अर्जुन चौधरी, अजय आर्य, मनीष यादव, राजेश कुमार, अशोक श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव मौजूद रहे।