अब तक महज आठ पशु ही पकड़ सका प्रशासन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के गांवों व शहरों में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकडा
देवरिया: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के गांवों व शहरों में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़कर गो-सदन पहुंचाने का निर्देश दिया है। इसके लिए दस जनवरी की तिथि भी तय की गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद अब तक बेसहारा पशुओं को पकड़ने में तेजी नहीं आ पाई है। जबकि डेड लाइन का आज अंतिम दिन है। मुख्यमंत्री के निर्देश को लेकर प्रशासन कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में कितने पशु हैं इसकी सही जानकारी ही नहीं है।
---------------------------
पशुओं को देख भाग जाते हैं किसान
जिला प्रशासन चाहे पशुओं की संख्या को लेकर जो भी दावा करे, लेकिन वास्तविकता इससे काफी अलग है। अकेले सरयू के दियारा क्षेत्र में भी बेसहारा पशुओं की संख्या हजारों में हैं। पशुओं के चहलकदमी से फसलें बर्बाद हो रही है। आलम यह है कि पशुओं का हुजूम देखकर किसान अपनी जान बचाने के चक्कर में खेत छोड़कर भाग जाते हैं। पिछले वर्ष पशुओं के हमले से दो किसानों की मौत भी हो चुकी है। कमोवेश यही स्थिति हर गांव की है।
--------------------------
सड़कों पर बेसहारा पशुओं का राज
रुद्रपुर: खेत से लेकर नगर की सड़कों पर बेसहारा पशुओं का राज है। दिन भर सड़कों पर पशु धमाचौकड़ी करते रहते हैं। कई बार तो पशुओं की लड़ाई में वाहन सवार चोट खाकर घायल हो जाते हैं। नगर प्रशासन इन पशुओं से नगर के लोगों का मुक्ति नहीं दिला पा रहा है।
-----------------------
जिले में 300 बेसहारा पशुओं का चिह्नित किया गया है। हालांकि इससे अधिक पशु भी हो सकते हैं। आठ पशुओं को पकड़कर महराजगंज के जंगलों में भेजा गया है।
-सीताराम गुप्त, एडीएम वित्त व राजस्व
------------------------