अनुदान के 'भरोसे' पर फंसे किसान
कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुदान के भरोसे पर किसान फंस गए हैं। मामला कृषि यंत्रों की खरीदारी का है। जिम्मेदारों ने कहा था कि नियत अवधि में अनुदान की राशि खाते में चली जाएगी। विभागीय लापरवाही के चलते ऐसा नहीं हो पाया।
बस्ती : कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुदान के 'भरोसे' पर किसान फंस गए हैं। मामला कृषि यंत्रों की खरीदारी का है। जिम्मेदारों ने कहा था कि नियत अवधि में अनुदान की राशि खाते में चली जाएगी। विभागीय लापरवाही के चलते ऐसा नहीं हो पाया।
अनुदान का भरोसा देकर ही विभाग ने शासन से मिले लक्ष्य को पूरा कर लिया। अपनी पीठ भी थपथपा ली। जब बात भुगतान की आई तो टाल-मटोल शुरू कर दिया। किसान विभाग और बैंक के बीच में फंस गए हैं। रामनगर ब्लाक के गांव अहिरौली के किसान बाबूराम ने पंपिग सेट की खरीदारी कर बिल विभाग को प्रस्तुत कर दिया, लेकिन अनुदान नहीं मिला। सदर ब्लाक के परशुराम पंपिग सेट और संतोष कुमार सोलर पंप पर अनुदान के लिए भटक रहे हैं। हरित क्रांति योजना के तहत भी लगभग 100 से अधिक किसान अनुदान को लेकर परेशान हैं। उप निदेशक कृषि डा. संजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जिन किसानों ने यंत्र की खरीदारी कर बिल अपलोड करा दिए थे। भौतिक सत्यापन कराकर पात्र मिलने पर अनुदान की धनराशि भेज दी गई है। कुछ किसान शेष हैं, एक सप्ताह में उनका भी भुगतान हो जाएगा।