नियमों की अनदेखी कर बच्चों को ढो रहे 293 स्कूल वाहन
जिले में अब भी 293 स्कूल वाहन बिना फिटनेस जांच के दौड़ रहे हैं।
नियमों की अनदेखी कर बच्चों को ढो रहे 293 स्कूल वाहन
जागरण संवाददाता, बस्ती : गर्मियों की छुट्टी के बाद स्कूल खुल गए हैं। बच्चों को लाने-ले जाने के लिए संचालित स्कूल वाहनों में नियमों की अनदेखी हो रही है। जिले में अब भी 293 स्कूल वाहन बिना फिटनेस जांच के दौड़ रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूली वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चों को ढोया जा रहा है। ऐसे में बच्चों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।
जिले में 300 से अधिक प्राइवेट विद्यालय एवं उनकी शाखाएं संचालित हो रही हैं। प्राइवेट विद्यालयों की ओर से कुल 852 स्कूल वाहन पंजीकृत कराए गए हैं। नियमत: स्कूल खुलने से पहले ही सभी स्कूल वाहनों का फिटनेस चेक कराकर उनमें आई कमियों को दूर किया जाना होता है। जिले में भी परिवहन विभाग की ओर से सभी स्कूलों को अपने वाहनों को फिटनेस कराने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद भी महज 559 स्कूली वाहनों की फिटनेस जांच कराई गई। अभी भी 293 स्कूल वाहन बिना फिटनेस जांच कराए के बच्चों को ढो रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूल वाहनों के रूप में प्रयोग किए जाने वाले वाहनों में मानक से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है। बस में 75 से 100 बच्चों तक जबकि स्कूल वैन में 20 से 30 बच्चों तक ढोया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों के सामने स्कूल वाहन नियम कानून को ताक पर रखकर संचालित किए जा रहे हैं।
फिटनेस के लिए स्कूलों को मिली एक माह की मोहलत
प्राविधिक निरीक्षक संजय कुमार दास ने बताया कि जिन स्कूलों के प्रबंधकों ने अब तक स्कूल बस और वैन की फिटनेस जांच नहीं कराई है, उनको नोटिस जारी कर फिटनेस जांच कराने व कमियों को दूर करने का निर्देश दिया गया है। उन्हें एक माह का समय दिया गया है। इसके बाद भी वह अपने स्कूल वाहनों की फिटनेस जांच नहीं कराते हैं तो ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया जाएगा।