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तमंचा नहीं नाइन एमएम पिस्टल की गोली से गई थी योगेश की जान

एबीवीपी कार्यकर्ता के भाई योगेश गुप्ता की हत्या में नया मोड़ सामने आ गया है। तमंचे की गोली से नहीं बल्कि योगेश की जान नाइन एमएम पिस्टल से गोली लगने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट यही बयां कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक योगेश के पेट में गोली लगने से जो घाव हुआ है वह नाइन एमएम की गोली का है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 02:52 AM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 02:52 AM (IST)
तमंचा नहीं नाइन एमएम पिस्टल की गोली से गई थी योगेश की जान
तमंचा नहीं नाइन एमएम पिस्टल की गोली से गई थी योगेश की जान

बरेली, जेएनएन: एबीवीपी कार्यकर्ता के भाई योगेश गुप्ता की हत्या में नया मोड़ सामने आ गया है। तमंचे की गोली से नहीं बल्कि योगेश की जान नाइन एमएम पिस्टल से गोली लगने से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट यही बयां कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, योगेश के पेट में गोली लगने से जो घाव हुआ है वह नाइन एमएम की गोली का है। हालांकि, पुलिस मामले में अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।

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पुलिस सीसीटीवी से साक्ष्य जुटाने में जुटी है लेकिन, उसे अब तक कोई साक्ष्य नहीं मिल पाया है। वहीं आस-पास के लोग भी मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। इधर, शुक्रवार को मृत योगेश की चाची अंजू गुप्ता एसएसपी से मिलने पहुंची। एसएसपी से मिल अंजू ने कहा कि छह नवंबर को अजय गुप्ता उर्फ शैंकी ने छह लोगों के साथ मिल पति राजेश गुप्ता, भतीजे कमल गुप्ता और मेरे साथ मारपीट की। मामले में चार आरोपित शैंकी का पिता विजय गुप्ता, बाबू गुप्ता उर्फ संजीव, संजीव गुप्ता उर्फ बब्लू और संतोष गुप्ता खुलेआम घूम रहे हैं। इससे जान का खतरा बना हुआ है। मामले में मुख्य आरोपित अजय गुप्ता उर्फ शैंकी जेल जा चुका है।

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विवाह से किया इन्कार, एफआइआर दर्ज

बरेली, जेएनएन : बिहारीपुर किशोर बाजार की रहने वाली पीड़िता के मुताबिक, घर पर दूर के रिश्तेदार सुनगढ़ी पीलीभीत के रहने वाले सुनील का आना-जाना था। दोनों की शादी तय हो गई। 18 नवंबर, 2019 को आरोपित सुनील ने उसके साथ दुष्कर्म किया, फोटो भी खींचे। 28 जुलाई को सुनील के पिता ने शादी से इन्कार कर दिया। आरोप है कि 19 अक्टूबर को सुनील ने फोन कर फोटो वायरल करने के साथ ही जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने मामले की तहरीर कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस ने सुनील, उनके पिता छोटेलाल, मां सूरजमुखी व भाई सुरेन्द्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

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मकान पर कब्जे का दिया झूठा प्रार्थना पत्र, मुकदमा

बरेली, जेएनएन : मामला कोतवाली के सिविल लाइंस का है। जितेन्द्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि आरोपित प्रहलाद और उसकी पत्नी ने उनसे अवैध वसूली के लिये चौकी पर झूठा प्रार्थना पत्र दिया कि जितेन्द्र ने उनका गोदाम तोड़कर सामान बाहर फेंक दिया है। पीड़ित ने आरोपितों पर जबरन कब्जा करने की कोशिश और रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। मामले में कोतवाली पुलिस ने प्रहलाद सिमरन व दो अज्ञात पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।


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