अंतरराष्ट्रीय महिला घरेलू हिंसा उन्मूलन दिवस पर महिलाओं को किया जागरूक, कहा-डरें नहीं लड़ें, अपने अधिकाारों को जानें
International Women Domestic Violence Eradication Day महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा ना तो सहना चाहिए और ना ही उसका समर्थन करना चाहिए। किसी भी हिंसा का खुलकर विरोध करना चाहिए और अपने अधिकार और हक के प्रति जागरूक होना चाहिए।
बरेली, जेएनएन। International Women Domestic Violence Eradication Day : महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा ना तो सहना चाहिए और ना ही उसका समर्थन करना चाहिए। किसी भी हिंसा का खुलकर विरोध करना चाहिए और अपने अधिकार और हक के प्रति जागरूक होना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय महिला घरेलू हिंसा उन्मूलन दिवस पर साकार संस्था की ओर से सदर तहसील सभागार में आयोजित कार्यक्रम में ये विचार उप जिलाधिकारी सदर धर्मेंद्र कुमार ने रखे। वहीं मुख्य अतिथि डिप्टी डायरेक्टर महिला कल्याण विभाग बरेली मंडल नीता अहिरवार ने 181 ,112 एवं 1098 सहायता नंबर ,वन स्टाप सेंटर, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, महिला सम्मान ,घरेलू हिंसा रोकथाम अधिनियम ,बाल विवाह रोकथाम दहेज उत्पीड़न प्रतिषेध अधिनियम एवं घरेलू हिंसा अधिनियम के बारे में विस्तृत तरीके से बताया गया और महिलाओं को जागरूक किया गया। अधिवक्ता हरेंद्र कौर चड्ढा ने कहा कि महिलाओं के विधिक कानून एवं अधिकारों के बारे में उनको जानकारी दी। साथ ही बताया कि कैसे महिलाएं अपने लिए निश्शुल्क विधिक सहायता प्राप्त कर सकती हैं। आयोजन में ग्रामीण क्षेत्र एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ली।
18 साल से ऊपर की युवती व महिलाएं जरूर करें मतदान : जिला प्रोबेशन अधिकारी नीता अहिरवार ने मतदाता जागरूकता के अंतर्गत महिलाओं को मतदान के लिए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि जो भी 18 साल से ऊपर हो गए हैं उन्हें मतदान जरूर करना चाहिए। साकार संस्था से निकिता पंत, शिल्पी, कमलेश व अन्य जागरूक बेटियों ने महिलाओं के प्रति होने वाले विभिन्न मुद्दों को नुक्कड़ नाटक एवं जागृति गीतों के माध्यम से प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में वन स्टाप सेंटर से प्रिंसी सक्सेना, रीना आशा ज्योति केंद्र की पुलिस रिपोर्टिंग चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर, महिला शक्ति केंद्र आदि उपस्थित रहे।