Wildlife 0rgans Trafficking Case : जेल गए व्यापारी की पत्नी के इस पत्र से उडे़ बरेली के अफसरों के होश
दुकान से मिले वन्यजीव अंग व वन्यजीवों के अंगों की बिक्री में दो नौकरों सहित जेल गए रामा पंसारी के मालिक श्याम अग्रवाल के मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपित व्यापारी श्याम अग्रवाल की पत्नी ने प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल को एक प्रार्थना पत्र सौंपा है।
बरेली, जेएनएन। दुकान से मिले वन्यजीव अंग व वन्यजीवों के अंगों की बिक्री में दो नौकरों सहित जेल गए रामा पंसारी के मालिक श्याम अग्रवाल के मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपित व्यापारी श्याम अग्रवाल की पत्नी ने प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल को एक प्रार्थना पत्र सौंपा है।जिसके बाद अफसरों के होश उड़ गए है। व्यापारी की पत्नी ने दुकान से मिले नकली माल की जांच कराने की बात कही है।
डीएफओ भारत लाल ने बताया कि मामले की जांच एसडीओ बरेली आरबी सिंह कर रहे है। पत्नी की ओर से मिले प्रार्थना पत्र को कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोर्ट की अनुमति पर ही अब बरामद वन्यजीव मॉनिटर लिजार्ड (पटवा गोह), सियार सिंगी, कुटकी औषधि की जांच वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून या आइवीआरआइ से कराई जाएगी। बता दें कि वाइल्ड लाइफ एंटी पोचिंग संस्था दिल्ली के दीपक कुमार के नेतृत्व में प्रभागीय वन अधिकारी भारत लाल के निर्देशन में बीती 21 सितंबर को श्यामगंज स्थित रामा पंसारी की दुकान पर छापेमारी के दौरान वन्यजीवों के अंग और प्रतिबंधित कुटकी औषधि की लकड़ी बरामद की थी।
इस मामले में दुकान के मालिक समेत कार्यरत दो कर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इसके बाद 22 सितंबर की शाम को सीबीगंज शिव मार्केट स्थित दीपक स्टेशनरी की दुकान से नेवले के बाल से बने पेंट ब्रश के आरोप में दुकान संचालक धीरेंद्र गंगवार को पकड़ा था। दुकान मालिक द्वारा ब्रश सिंथेटिक बाल के बताते हुए लैब से जांच कराए जाने की मांग की गई। जिस पर डीएफओ ने कार्रवाई करते हुए उन्हें मुचलके में छोड़ बरामद ब्रश को जांच के लिए डब्ल्यूआइआइ भेजा गया है। वहीं मामले के तीन दिन बाद रामा पंसारी की पत्नी ने भी प्रार्थना पत्र देते हुए बरामद समान की जांच कराने की मांग से नया मोड़ आ गया है।
मुख्य वन संरक्षक को डीएफओ ने भेजी रिपोर्ट
22 सितंबर की देर शाम को डीएफओ ऑफिस में नेवले के बाल से बने पेंट ब्रुश बेचने के आरोपित धीरेंद्र गंगवार को मुचलके पर छोड़ने की जानकारी पर दिल्ली से आई संस्था के पदाधिकारी के बीच काफी गहमागहमी हो गयी थी। मामले की जानकारी अगले दिन मुख्य वन संरक्षक जोन बरेली ललित कुमार को हुई तो उन्होंने पूरे मामले में डीएफओ भारत लाल से रिपोर्ट मांगी थी। जिसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर डीएफओ ने मुख्य वन संरक्षक को भेज पूरी जानकारी दी हैं ।
डीएफओ ऑफिस में हुए हंगामे की रिपोर्ट मांगी थी।जोकि कार्यालय में प्राप्त हो चुकी है। गुरुवार को पीलीभीत में एक बाघ की मौत मामले की जांच करने गया था। शुक्रवार को जांच रिपोर्ट पढ़ने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - ललित कुमार, मुख्य वन संरक्षक बरेली जोन