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पीलीभीत में बाघ और तेंदुए की चहल कदमी से दहशत में ग्रामीण, पगचिन्ह किए ट्रेस

बारिश और बाढ़ के बाद जंगल से बाहर वन्यजीवों की चहलकदमी शुरू हो गई है। बराही रेंज के खारजा नहर के पास बाघ की चहलकदमी होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वहीं अमरिया क्षेत्र के गांव सूरजपुर के नजदीक तेंदुआ देखे जाने से खलबली मच गई है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 05:52 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 05:52 PM (IST)
पीलीभीत में बाघ और तेंदुए की चहल कदमी से दहशत में ग्रामीण, पगचिन्ह किए ट्रेस
पीलीभीत में बाघ और तेंदुए की चहल कदमी से दहशत में ग्रामीण, पगचिन्ह किए ट्रेस

बरेली, जेएनएन।  जनपद में बारिश और बाढ़ के बाद अब जंगल से बाहर वन्यजीवों की चहलकदमी शुरू हो गई है। बराही रेंज के खारजा नहर के पास बाघ की चहलकदमी होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वहीं अमरिया क्षेत्र के गांव सूरजपुर के नजदीक तेंदुआ देखे जाने से खलबली मच गई है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीनों ने मौके पर पहुंचकर वन्यजीवों के पगचिन्ह ट्रेस किए हैं। साथ ही ग्रामीणों को सतर्कता बरतने को कहा है।

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कलीनगर: बराही जंगल से बाहर निकले बाघ को खारजा नहर पर देख नहर से रेत का खनन करने पहुंचे डनलप चालक जान बचाकर भाग निकले।जानकारी मिलने पर सामाजिक वानिकी विभाग की टीम ने बाघ के पगचिह्न ट्रेस किए। पिछले कुछ वर्षों से बराही जंगल से बाघ निकल कर खारजा नहर की कभी दायीं और कभी बायीं पटरी पर विचरण करते हुए देखे जाते रहे हैं। पिछले वर्ष एक बाघ नहर पटरी से माधोटांडा कस्बे के निकट आ गया था। उसने दो बछडों का शिकार बना लिया था। करीब 10-12 दिन तक कस्बे से उत्तर की ओर गन्ने के खेतों में ही बना रहा था।

इसके बाद वह कलीनगर के निकट हरदोई नहर होकर शाहगढ तथा पूरनपुर क्षेत्र मे विचरण करता रहा।सोमवार शाम को माधोटांडा के दो डनलप वाले खारजा नहर से रेत निकालने जब मियां वाले घटटे पर पहुंचे वहां कुछ दूर खडे बाघ को देखकर भाग आए। इसकी जानकारी मिलने पर वन दारोगा अजमेर सिंह यादव ने टीम के साथ बाघ के पगचिह्न ट्रेस किए उन्होंने बताया कि किसी ने नहर किनारे मरे मवेशी को डाल दिया था। इसीलिए बाघ आ गया था। उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने को कहा।

अमरिया: क्षेत्र में वन्यजीवों की चहलकदमी से ग्रामीणों में दहशत है। मंगलवार को सूरजपुर गांव के पास नदी किनारे ग्रामीणों ने तेंदुए के ताजा पगचिंह बने देखें जिससे खलबली मच गई। टीम के साथ सूचना पर पहुंच कर वन कर्मी देवेन्द्र पाल शैलेन्द्र कुमार सोनी सिंह ने पगचिंह ट्रेस कर ग्रामीणों को सतर्क किया।

एक दिन पहले भी टोडरपुर में तेंदुए के पगचिह्न देखे गए थे। टोडरपुर निवासी मोहम्मद जमा खेते पर आलू की फसल देखने गया था जहां पर तेंदुए के पगचिह्न देखकर वह घबरा गया था। गांव पहुंचकर लोगों को जानकारी दी थी। क्षेत्र में तेंदुआ लगातार सक्रिय है रोजाना कहीं न कहीं तेंदुए का मूमेंट बना रहता है। जिससे ग्रामीणों को खेतों पर जाने में दिक्कतें हो रही हैं।


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