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गांव वालों ने बरेली शहर के लोगों को दी मात, इस तरह खुद को संभाला

प्रवासियों के हुजूम मुंबई गुजरात और दिल्ली से आ रहे थे तब कोरोना संक्रमण फैलने की बडी आशंका जताई जा रही थी। मार्च अप्रैल और मई में जो केस आए उनमें अधिकतर प्रवासी ही थे। हालांकि यह संख्या डेढ़ सौ से ऊपर नहीं जा सकी। हालात काबू में रहे और संक्रमित भी धीरे-धीरे ठीक होकर घर चले गए। अब संक्रमण विकट रूप से फैला हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 02:44 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 06:09 AM (IST)
गांव वालों ने बरेली शहर के लोगों को दी मात, इस तरह खुद को संभाला
गांव वालों ने बरेली शहर के लोगों को दी मात, इस तरह खुद को संभाला

बरेली, जेएनएन : प्रवासियों के हुजूम मुंबई, गुजरात और दिल्ली से आ रहे थे तब कोरोना संक्रमण फैलने की बडी आशंका जताई जा रही थी। मार्च, अप्रैल और मई में जो केस आए, उनमें अधिकतर प्रवासी ही थे। हालांकि यह संख्या डेढ़ सौ से ऊपर नहीं जा सकी। हालात काबू में रहे और संक्रमित भी धीरे-धीरे ठीक होकर घर चले गए। अब संक्रमण विकट रूप से फैला हुआ है। इनमें अधिकतर शहर के लोग हैं। शहरी क्षेत्र में हालात तब बिगड़े जब लॉकडाउन खत्म कर अनलॉक-वन शुरू किया गया। जिले में अब तक कुल 506 संक्रमित मिले हैं इनमें से 364 शहरी क्षेत्र के लोग शामिल हैं। ग्रीन जोन में आ गया था जिला

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जिले में कोरोना संक्रमण का पहला केस 28 मार्च को शहर के सुभाष नगर में मिला था। इसके बाद उनके परिजनों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। इसके बाद एक मौत के बाद कुछ ही केस शहर में मिले और यह सिलसिला थम गया। इसके बाद जिला कोरोना मुक्त होकर रेड जोन से निकलकर ग्रीन जोन में चला गया। 25 अप्रैल तक रहे हालात सामान्य रहे। इसके बाद प्रवासियों की आवक शुरू हुई और संक्रमण शहर की जगह गांव में पहुंच गया। करीब एक महीने तक शहर में इक्का दुक्का जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक संक्रमित मिल रहे थे। ऐसे बढ़ती गई संक्रमितों की संख्या

- 31 मई को जिले में 44 संक्रमित

- 01 जून को 46 संक्रमित

- 10 जून को 74 संक्रमित

- 15 जून को 136 संक्रमित

- 20 जून को 154 संक्रमित

- 25 जून को 196 संक्रमित

- 30 जून को 233 संक्रमित

- 05 जुलाई को 380 संक्रमित

- 10 जुलाई को 501 संक्रमित 30 दिन में सात गुना बढ़ा संक्रमण

दस जून को जिले में संक्रमितों की संख्या 74 थी। इनमें से ज्यादातर संक्रमित ग्रामीण क्षेत्रों के थे। इसके बाद बाजार में भीड़ बढ़ती रही और शहर में संक्रमितों की संख्या। सबसे ज्यादा नुकसान उन लोगों को हुआ जो खुद संक्रमित हुए साथ में अपने परिवार के लोगों को भी संक्रमित किया। शहर के ऐसे दस परिवार हैं जिनके पूरे परिवार और नजदीकी भी संक्रमित हुए। हालत यह हो गई दस जून से दस जुलाई संक्रमितों की संख्या 75 से बढ़कर 501 हो गई। इनमें से 364 शहर के लोग शामिल हैँ। बाहर गए और संक्रमित हो गए

संक्रमित हुए कास्मेटिक दुकानदार ने बताया कि बाजार में टीम जांच कर रही थी तो अपनी जांच करा ली थी। किससे संक्रमण हुआ यह पता नहीं चल सका। - ख्वाजा कुतुब निवासी संक्रमित ने बताया कि एक शादी में शामिल हुए थे। उसके बाद टेस्ट कराया तो संक्रमित थे। बाद में परिवार, रिश्तेदार व नजदीकियों को मिला कर 14 लोग संक्रमित निकले। चिकित्सकों की बात

-लॉकडाउन खत्म होने के बाद हालात ज्यादा बिगड़े। इसकी वजह रही कि लोग मास्क लगाए रहे लेकिन दूरी बनाए रखने का ख्याल नहीं रखा।

- डा. वागीश वैश्य, वरिष्ठ फिजिशियन, जिला अस्पताल - यह बात सही है कि शहर में संक्रमण तेजी से बढ़ा। जो लोग अभी संक्रमित हैं उनमें प्रवासी भी कम हैं। इसकी बड़ी वजह लोगों द्वारा बरती गई लापरवाही ही रही। - डॉ. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी कोविड-19


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