Vijnesh Murder Case Update: घटना स्थल पहुंचे एडीजी, एसएसपी के आदेश पर दौड़ी क्राइम ब्रांच
बिथरी चैनपुर के रसोईया गांव में हुई बिजनेश की हत्या के मामले में दोपहर दोपहर एडीजी अविनाश चंद्रा घटना स्थल पहुंचे। जहां उन्होने निरीक्षण किया।
बरेली, जेएनएन। बिथरी चैनपुर के रसोईया गांव में हुई बिजनेश की हत्या के मामले में दोपहर दोपहर एडीजी अविनाश चंद्रा घटना स्थल पहुंचे। जहां उन्होने निरीक्षण किया। इसके साथ ही मामले में अब तक की प्रगति भी पूछी। एडीजी ने परिजनों सहित अन्य लोगो से भी घटना के विषय में बात की। उधर एसएसपी शैलेष पांडेय ने क्राइम ब्रांच को हत्यारोपितों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है। जिसके बाद एक्टिव हुई क्राइम ब्रांच ने हत्यारोपिताें की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। हांलाकि मामले मेें पुलिस आरोपितों के परिजनों से पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि बिथरी चैनपुर में गेहूं बेचने के लिए जा रहे किसान की रंजिशन आरोपितों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब वह अपने भाई के साथ गेंहू बेचने के लिए फ्लोर मिल जा रहा था। इस हमले में मृतक का हमलावरों के चंगुल से छूट कर भाग निकला था। जबकि किसान को आरोपितों ने पकड लिया था। जिसके बाद उन्होंने किसान का हाथ काटकर उसके जिस्म में भी फरसे से कई वार किए थे। इस घटना के बाद से हमलावर फरार है। वहीं गांव में दहशत का माहौल अभी भी कायम है।
जेड गांव जा रहा था विजनेश
बिथरी चैनपुर के अहियापुर गांव में रहने वाले विजनेश अपने छोटे भाई रजनेश के साथ गेहूं बेचने के लिए जेड गांव के पास जा रहा था। दोनों भाई फ्लोर मिल जाने के लिए घर से निकले थे। जैसे ही वह रसोइयां के एफसीआई गोदाम के पास पहुंचे थे तभी हमलावरों ने उन पर हमला बोल दिया था। जिसके दौरान रजनेश तो छूट कर भाग गया था। लेकिन विजनेश को आरोपितों ने पकड लिया था। आरोपितों ने बिजनेश के जिस्म में तीन गोलियां दागी थी। इसके बाद फरसे से भी बर्बरता पूर्वक वार किए थे। उन्होंने बिजने का फरसे से एक हाथ भी अलग कर दिया था। बिजनेश ट्रैक्टर चला रहा था इस लिए वह भाग नहीं सका था। जब तक रजनेश परिजनों के साथ उसे बचाने पहुंचा। तब तक हमलावर हत्या की वारदात को अंजाम देकर वहां से फरार हो चुके थे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी शैलेष पांडेय ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया था। इसके साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों से पूरी जानकार ली थी। इसके साथ ही डॉग स्कवाएड व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम ने वहां से कई साक्ष्य उठाए थे। हालांकि इस दौरान एसएसपी ने मृतक के परिजनों से भी वार्ता कर जानकारी ली थी।
2006 से चला आ रहा है हत्या का सिलसिला
पीडितोें का वर्ष 2006 मे आरोपिताें से चबूतरे पर ट्रैक्टर चढने को लेकर विवाद हुआ था। जिसके दौरान एक की हत्या हो गई थी तब से दोनों तरफ से हत्या का सिलसिला जारी है। इस मामले में 2011 व 2018 में भी हत्या हो चुकी है। तब से ये रंजिश बराबर चली आ रही है। अचानक हत्या होने से ग्रामीण भी दहशत में है। पीडितों के अनुसार आरोपित दो बाइक पर सवार होकर आए थे।
बरेली,जेएनएन। बिथरी चैनपुर के रसोईया गांव में हुई बिजनेश की हत्या के मामले में एसएसपी ने क्राइम ब्रांच को हत्यारोपितों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है। जिसके बाद एक्टिव हुई क्राइम ब्रांच ने हत्यारोपिताें की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। हांलाकि मामले मेें पुलिस आरोपितों के परिजनों से पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि बिथरी चैनपुर में गेहूं बेचने के लिए जा रहे किसान की रंजिशन आरोपितों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब वह अपने भाई के साथ गेंहू बेचने के लिए फ्लोर मिल जा रहा था। इस हमले में मृतक का हमलावरों के चंगुल से छूट कर भाग निकला था। जबकि किसान को आरोपितों ने पकड लिया था। जिसके बाद उन्होंने किसान का हाथ काटकर उसके जिस्म में भी फरसे से कई वार किए थे। इस घटना के बाद से हमलावर फरार है। वहीं गांव में दहशत का माहौल अभी भी कायम है।
जेड गांव जा रहा था विजनेश
बिथरी चैनपुर के अहियापुर गांव में रहने वाले विजनेश अपने छोटे भाई रजनेश के साथ गेहूं बेचने के लिए जेड गांव के पास जा रहा था। दोनों भाई फ्लोर मिल जाने के लिए घर से निकले थे। जैसे ही वह रसोइयां के एफसीआई गोदाम के पास पहुंचे थे तभी हमलावरों ने उन पर हमला बोल दिया था। जिसके दौरान रजनेश तो छूट कर भाग गया था। लेकिन विजनेश को आरोपितों ने पकड लिया था। आरोपितों ने बिजनेश के जिस्म में तीन गोलियां दागी थी। इसके बाद फरसे से भी बर्बरता पूर्वक वार किए थे। उन्होंने बिजने का फरसे से एक हाथ भी अलग कर दिया था। बिजनेश ट्रैक्टर चला रहा था इस लिए वह भाग नहीं सका था। जब तक रजनेश परिजनों के साथ उसे बचाने पहुंचा। तब तक हमलावर हत्या की वारदात को अंजाम देकर वहां से फरार हो चुके थे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी शैलेष पांडेय ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया था। इसके साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों से पूरी जानकार ली थी। इसके साथ ही डॉग स्कवाएड व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम ने वहां से कई साक्ष्य उठाए थे। हालांकि इस दौरान एसएसपी ने मृतक के परिजनों से भी वार्ता कर जानकारी ली थी।
2006 से चला आ रहा है हत्या का सिलसिला
पीडितोें का वर्ष 2006 मे आरोपिताें से चबूतरे पर ट्रैक्टर चढने को लेकर विवाद हुआ था। जिसके दौरान एक की हत्या हो गई थी तब से दोनों तरफ से हत्या का सिलसिला जारी है। इस मामले में 2011 व 2018 में भी हत्या हो चुकी है। तब से ये रंजिश बराबर चली आ रही है। अचानक हत्या होने से ग्रामीण भी दहशत में है। पीडितों के अनुसार आरोपित दो बाइक पर सवार होकर आए थे।