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Bareilly : ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में आला हजरत का कलाम पढ़ने पर अकीदतमंदों से मारपीट

दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी ने कहा कि हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में अकीदतमंदों से जो टकराव और बदसलूकी की गई। वह गलत है। किसी को भी कानून हाथ में लेने का हक नहीं और न ही मारपीट किसी मसले का हल है।

By Deependra Pratap SinghEdited By: Mohammed AmmarPublished: Mon, 30 Jan 2023 12:17 AM (IST)Updated: Mon, 30 Jan 2023 12:17 AM (IST)
Bareilly : ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में आला हजरत का कलाम पढ़ने पर अकीदतमंदों से मारपीट
Bareilly : अजमेर शरीफ में आला हजरत का कलाम पढ़ने पर अकीदतमंदों से मारपीट

जागरण संवाददाता, बरेली : अजमेर शरीफ में ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के दौरान आला हजरत का कलाम पढ़ने पर अकीदतमंदों के साथ मारपीट की गई। इसे प्रशासनिक लापरवाही मानते हुए दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन अहसन मियां, फरमान हसन खां और आइएमसी प्रवक्ता ने विरोध जताया। इस मामले में ख्वाजा गरीब नवाज के खादिमों ने पहले ही आशंका जाहिर करते हुए कहा था कि अगर आला हजरत का सलाम पढ़ा गया तो विवाद हो सकता है। इसके बावजूद इस तरह की घटना होने पर कुछ संगठनों पर निशाना भी साधा है।

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दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी ने कहा कि हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में अकीदतमंदों से जो टकराव और बदसलूकी की गई। वह गलत है। किसी को भी कानून हाथ में लेने का हक नहीं और न ही मारपीट किसी मसले का हल है। अमन कायम रखने और हर नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी अजमेर पुलिस प्रशासन की थी। हैरत है कि लाखों की संख्या में जहां देश-विदेश के जयरीन हों, वहां इतनी बड़ी चूक कैसे हो गयी। राजस्थान प्रशासन को इसका जवाब देना चाहिए।

वहीं, जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खां ने कहा अजमेर शरीफ में गरीब नवाज के उर्स में आला हजरत का सलाम पढ़ने को लेकर कुछ बदअमनी हुई है। गरीब नवाज का दर हम बरेलवियों की अकीदत का मरकज है। मारपीट की घटना निंदनीय है।

मौलाना तौकीर रजा जाएंगे अजमेर शरीफ

अजमेर शरीफ में हुए विवाद के बाद आइएमसी कार्यालय पर बैठक हुई, जिसमें आइएमएसी प्रवक्ता डा. नफीस खान और मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने संयुक्त बयान में कहा के अजमेर शरीफ में जो विवाद हुआ उसकी निंदा करते हैं। सज्जादगान ने सलाम और नारे को लेकर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के लिए अजमेर के प्रशासन को जो आवेदन दिया था, उस के बाद विवाद की आशंका लगने लगी थी।

इसे लेकर आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा विवाद के हल के लिए अजमेर शरीफ गए थे। तय हुआ था कि दरगाह कैंपस में रिवायत के हिसाब से सभी काम होंगे लेकिन बाहर जिस तरह चाहें अपनी अकीदत का नजराना पेश कर सकते हैं लेकिन इंटरनेट मीडिया और बयानों से कुछ गैर जिम्मेदार लोगों ने इसका विरोध किया। लोगों को भड़काने के काम किए, जिसका नतीजा यह हुआ कि वहां पर विवाद हो गया।

बोले, मौलाना तौकीर रजा वहां जाकर इस संबंध में जिम्मेदारों से बात करेंगे। ख्वाजा गरीब नवाज हिंद में वलियों के बादशाह हैं और बार-बार इस बात की अपील की जाती रही कि बादशाह के दरबार में हाजिरी सरकार आला हजरत और मुफ्ती ए आजम के बताए तरीके से दें फिर भी विवाद होना अफसोसनाक है।

वहीं, पूर्व जिला अध्यक्ष नदीम खान ने कहा कि जो गैर जिम्मेदार लोग मौलाना तौकीर रजा खान के अजमेर शरीफ से वापसी के बाद आडियो वीडियो प्रसारित कर रहे थे। असल में इस विवाद के जिम्मेदार वही लोग हैं।


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