नामांकन से पूर्व भगवान की शरण में पहुंचे उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, एक दिन पूर्व पीलीभीत में भी की थी पूजा-अर्चना
नामांकन से पूर्व उत्ताखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को अपने पैतृक गांव के सार्वजनिक मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने अपनी माताजी से आशीर्वाद लिया। जबकि उनकी पत्नी ने मुंह मीठाकर उन्हें नामांकन के लिए रवाना किया।
बरेली, जेएनएन। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को नामांकन कराने से पहले भगवान की शरण में पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पहले अपने पैतृक घर में स्थित मंदिर में पूजा अर्चना की। फिर अपने पैतृक गांव के सार्वजनिक मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने अपनी माताजी से आशीर्वाद लिया। जबकि उनकी पत्नी ने मुंह मीठाकर उन्हें नामांकन के लिए रवाना किया। एक दिन पहले अपनी विधानसभा खटीमा के निकटवर्ती गांवों जो कि पीलीभीत जिले में हैं, उनका दौरा भी किया था। वहां भी भोलेनाथ के एक मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड राज्य की खटीमा विधानसभा से विधायक हैं। खटीमा क्षेत्र में ही उनका पैतृक गांव नगरा तराई है। गुरुवार की सुबह मुख्यमंत्री ने अपने पैतृक घर में स्थित मंदिर में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की। जिसके बाद उन्होंने पैतृक गांव नगरा तराई में स्थित सार्वजनिक मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपनी माता श्रीमती विशना धामी से पैर छूकर आशीर्वाद लिया। जबकि उनकी पत्नी गीता धामी ने मुंह मीठा कराया। जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी अपने समर्थकों के साथ नामांकन कराने के लिए रवाना हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खटीमा चौराहा स्थित रामलीला ग्राउंड के मंदिर में भी पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री दोपहर में खटीमा तहसील में नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
पिता को याद कर भावुक हो गए सीएम धामी: उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को अपने पिता शेर सिंह धामी को याद कर बेहद भावुक हो गए!मुख्यमंत्री के पिता शेर सिंह धामी भारतीय सेना में सूबेदार रह चुके थे! वर्ष 2019 में अचानक उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। विगत नौ अप्रैल 2020 को उनका निधन हो गया था। यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नामांकन के दौरान उनका पिता मौजूद नहीं हैं। इससे पहले दो बार नामांकन कराने के दौरान पिता उनके साथ ही रहे थे।