UP Election 2022 : बदायूं सांसद डा संघमित्रा के कानों में आज भी गूंजते हैं प्रधानमंत्री के ये शब्द
UP Vidhan Sabha Election 2022 पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद इंटरनेट मीडिया पर मिलने वाली प्रतिक्रिया को लेकर बदायूं की सांसद डा संघमित्रा ने फेसबुक पर अपनी भावुक प्रतिक्रिया दी है। उन्हाेंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया है।
बरेली, जेएनएन। UP Vidhan Sabha Election 2022 : पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद इंटरनेट मीडिया पर मिलने वाली प्रतिक्रिया को लेकर बदायूं की सांसद डा संघमित्रा ने फेसबुक पर अपनी भावुक प्रतिक्रिया दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी व भाजपा सांसद डा संघमित्रा माैर्य ने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया है। जिसको लेकर उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि उनके कानों में आज भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्द गूंजते है। डा संघमित्रा ने लिखा ये शब्द उनके कानाें में तब गूंजते है जब वह इंटरनेट मीडिया पर की जाने वाली अशोभनीय टिप्पणी का जवाब देने का विचार करती है।
डा संघमित्रा ने अपनी भावना को व्यक्त करते हुए लिखा है कि मैं कुछ मांगू और पूरा न हो, ऐसे तो हालात नहीं, मैं पुकारूं और पापा न सुनें, इतने भी हम दूर नहीं।पिता और बेटी का रिश्ता दुनिया का सबसे मजबूत रिश्ता है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मुझे बेटी के रूप में मेरे पिता से मांगे गए वचन से बंधी हुई हूं।उन्होंने लिखा है कि इंटरनेट मीडिया पर जब अशोभनीय शब्द पढ़ती हूं तब ऐसा नहीं है कि जवाब नहीं दे सकती, ऐसा भी नहीं कि फैसला नहीं ले सकती, लेकिन तभी प्रधानमंत्री जी के बोले गए शब्द कि मौर्य जी, ये बेटी अब हमारी बेटी है, ये बेटी हमने ले ली है गूंज जाते हैं।
उन्होंने लिखा है कि सांसद बनने से पहले सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहती थीं, सांसद बनने के बाद अपनी जिम्मेदारियों का संसद में निर्वहन कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी। जनता के हक के लिए लड़ने में कभी पीछे नहीं रहेंगी।गौरतलब है कि बदायूं से सांसद संघमित्रा ने राजनीति में अपना कदम साल 2010 में रखा था। वो एटा में जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थी। डा संघमित्रा बसपा के दिग्गज नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी है। जो यूपी के इलाहाबाद में तीन जनवरी 1985 को जन्मी थी।
उन्होंने लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढाई की है। साल 2019 ने उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। जिसके बाद उन्हें बदायूं से लोकसभा का टिकट मिला था। जहां से भाजपा की डा संघमित्रा ने चुनाव में मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव को 18454 वोटों से हराया था। जिसके बाद उनके राजनीतिक करियर में काफी उछाल आया।डा संघमित्रा में अपने लोकसभा क्षेत्र में काफी सक्रिय रहती है।