Move to Jagran APP

UP board exam 2020: यूपी बोर्ड का महाकुंभ शुरू, नकल रोकने को कड़ी निगरानी

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं का महाकुंभ आज से शुरू हो गया है। नकलविहीन परीक्षा कराने की कसौटी पर खरा उतरना सिस्टम के लिए चुनौती होगा।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 10:50 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 10:50 AM (IST)
UP board exam 2020: यूपी बोर्ड का महाकुंभ शुरू, नकल रोकने को कड़ी निगरानी
UP board exam 2020: यूपी बोर्ड का महाकुंभ शुरू, नकल रोकने को कड़ी निगरानी

जेएनएन, बरेली : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं का महाकुंभ आज से शुरू हो गया है। नकलविहीन परीक्षा कराने की कसौटी पर सिस्टम कितना खरा उतरता है, अफसरों के सामने इसका असल इम्तिहान होगा। जिलाधिकारी से लेकर शिक्षा विभाग के अफसर मंगलवार सुबह व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। 

loksabha election banner

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से छह मार्च तक कराई जाएंगी। केंद्रीय कारागार समेत 132 केंद्रों पर परीक्षा में 96913 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। मंगलवार को प्रथम पाली में सुबह आठ से 11:15 बजे तक हाईस्कूल और दूसरी पाली में दोपहर दो से शाम 5:15 बजे तक हिंदी की परीक्षा है। नकलविहीन परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी, वायस रिकार्डर, राउटर, ब्रॉडबैंड लगाए गए हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जाएगी जो सीधे लखनऊ मुख्यालय से जुड़ा हुआ है। यानी किसी भी केंद्र पर गड़बड़ी होने पर सीधे मुख्यालय को पता चल जाएगा।

डीएम ने की छापेमारी

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों के साथ खुद भी छापामारी की है। संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार ने सचल दल प्रभारियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि सचल दल की लोकेशन लीक होती है तो प्रभारी को जिम्मेदार मानते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सामूहिक नकल पाए जाने पर केंद्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षक जिम्मेदार होंगे।

सीटिंग प्लान तैयार

परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक ने स्टॉफ के साथ परीक्षार्थियों के बैठने के लिए सीटिंग प्लान तैयार किया। परीक्षार्थियों के बैठने की चिह्नित की गई जगह पर रोल नंबर की स्लिप लगाने का काम पूरा किया। साथ की कक्षों में लगे वॉयस रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरों को भी परखा। संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों का मुआयना कर वहां पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्र व्यवस्थापकों को आवश्यक निर्देश दिए गए।

कैमरे बंद होने पर कार्रवाई तय

सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर की नजर में परीक्षा कराई जाएगी। किन्हीं कारणों से बिजली कटौती से बचने के लिए जनरेटर और इंवर्टर की व्यवस्था कराने के आदेश दिए गए हैं। बिजली जाने और जनरेटर चलाने के बीच अगर ज्यादा लंबा समय लगा और कैमरे बंद होते है तो इसे केंद्र व्यवस्थापक की खामी माने हुए कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।

हर केंद्र पर पुलिस की तैनाती

परीक्षा केंद्रों के चारों तरफ सौ मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहेगी। किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर तत्काल नजदीकी थाना प्रभारी से या डायल 112 पर संपर्क किया जा सकता है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सुबह 6:30 बजे से एक एसआइ, एक हेड कांस्टेबल, दो कांस्टेबल, दो महिला कांस्टेबल और दो होमगार्ड की तैनाती की गई है। जो केंद्र व्यवस्थापक के निर्देशानुसार कार्य करेंगे। पुलिस बल की निगरानी में ही परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं को मुख्य संकलन केंद्र तक पहुंचाया जाएगा।

14 जोन में बांटा शहर

परीक्षा केंद्र के 100 मीटर दायरे में आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। सकुशल परीक्षा संपन्न कराए जाने के लिए जिले को 14 जोन में बांटा गया है। परीक्षा में 14 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 26 स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के 3216 और बेसिक शिक्षा विभाग के 1928 शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक नियुक्त किया गया है। इसके अलावा 21 केंद्रों को संवेदनशील और पांच को अति संवेदनशील घोषित किया गया है।

बची कॉपियों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध

इस बार पहले दिन की परीक्षा में बची उत्तर पुस्तिकाओं को अगली दिन इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। बची कॉपियों को लगातार सुरक्षित किया जाता रहेगा। परीक्षा के अंतिम दिनों में ही अति आवश्यकता होने पर ही इनका प्रयोग किया जाएगा।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.