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Lockdown Employment Politics : रोजगार के लिए केंद्रीय मंत्री ने सीएम को लिखा पत्र,प्रमुख सचिव वन को समझाया टिंबर उद्योग का गणित Bareilly News

केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इसका रास्ता सुझाया है। बताया है कि बरेली में सैकड़ों और प्रदेश में प्रवासियों को रोजगार मिल सकता है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 08:09 AM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 05:56 PM (IST)
Lockdown Employment Politics : रोजगार के लिए केंद्रीय मंत्री ने सीएम को लिखा पत्र,प्रमुख सचिव वन को समझाया टिंबर उद्योग का गणित Bareilly News
Lockdown Employment Politics : रोजगार के लिए केंद्रीय मंत्री ने सीएम को लिखा पत्र,प्रमुख सचिव वन को समझाया टिंबर उद्योग का गणित Bareilly News

 बरेली, जेएनएन।Lockdown Employment Politics :  जहां-तहां से आशियाना समेटकर अपने मुहल्लों और गांवों में लौटे प्रवासियों को घर के पास ही रोजगार के लिए सरकार फिक्रमंद है। उसकी यह फिक्र काफी हद तक दूर हो सकती है। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इसका रास्ता सुझाया है। बताया है कि सिर्फ एक फैसले की बदौलत बरेली में सैकड़ों और प्रदेश में हजारों मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्था हो सकती है।

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यह है रास्ता

अपने जिले में प्लाई का पत्ता बनाने वाली 10 पिलिंग (विनियर) मशीन लगी हैैं। इनके पास प्रेस का लाइसेंस नहीं है। फैक्ट्री मालिकों के मुताबिक उच्चतम न्यायालय से गाइडलाइन भी जारी हो चुकी है कि जिनके पास पिंलिंग मशीन हैैं, उन्हें प्रेस लगाने का लाइसेंस भी दे दिया जाए। इस आधार पर हरियाणा और पंजाब में ऐसा कर दिया गया। उप्र सरकार ने इसके लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन कर दिया। मामला लटका तो हाईकोर्ट और फिर एनजीटी चला गया।

ऐसे मिल सकता है लाइसेंस

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सुझाव दिया है कि राज्य में उपलब्ध टिंबर के आधार पर इससे जुड़े उद्योगों को अनुमति दी जा सकती है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय रिपोर्ट भी दे चुका है। ऐसा हुआ तो यह प्रवासी मजदूरों को घर के पास ही रोजगार के लिए बड़ा कदम होगा। मंत्री ने प्रदेश के प्रमुख सचिव वन से फोन पर बात करके उन्हें पूरा मामला समझाया।

इतने प्रवासियों को रोजगार

अपने जिले के नवादा वन (फरीदपुर) में जीपी इंडस्ट्रीज के नाम से पिलिंग फैक्ट्री चलाने वाले नवीन कालरा बताते हैैं कि बरेली में 10 पिलिंग ऐसी हैैं, जिन पर प्रेस नहीं है। ऐसा होने पर पिलिंग महज पत्ता बनाने के बजाय प्लाई उत्पादन में सक्षम हो जाएंगी। इससे करीब 600 प्रवासियों को रोजगार मिलेगा। उनके रहने की व्यवस्था हो जाएगी। प्रदेश की बात करें तो हजारों प्रवासियों के खाली हाथों को घर के पास ही काम मिल जाएगा। साथ ही इससे राज्य सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।


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