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समाज कल्याण विभाग के इन हॉस्टलों में विवि के अफसरों को मिला नशीला पदार्थ Bareilly News

रुहेलखंड विश्वविद्यालय में गुरुवार को विवि के अफसरों ने समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित तीनों हॉस्टल में छापा मारा।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 07:59 AM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 05:39 PM (IST)
समाज कल्याण विभाग के इन हॉस्टलों में विवि के अफसरों को मिला नशीला पदार्थ Bareilly News
समाज कल्याण विभाग के इन हॉस्टलों में विवि के अफसरों को मिला नशीला पदार्थ Bareilly News

जेएनएन, बरेली : रुहेलखंड विश्वविद्यालय में गुरुवार को विवि के अफसरों ने समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित तीनों हॉस्टल में छापा मारा। टीम को मौके से शराब की बोतलें, नशीलें पदार्थ सहित कई आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं। आशंका है कि इन हॉस्टल में अनैतिक कार्य भी होता है। मामले की गंभीरता देखते हुए कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला ने समाज कल्याण विभाग के अफसरों से पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है। हॉस्टल की निगरानी का अधिकार विवि को देने को कहा है।

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विश्वविद्यालय कैंपस में दो ब्वॉयज और एक गल्र्स हॉस्टल समाज कल्याण विभाग के हैं। बताया जाता है कि कई दिनों से विवि के अफसरों को यहां गलत काम होने की सूचना मिल रही थी। पड़ताल के लिए अफसरों की टीम ने औचक निरीक्षण किया तो हकीकत सामने आ गई। हॉस्टल में आपत्तिजनक हरकतों के कुछ फोटो और वीडियो भी टीम को मिले हैं। अफसरों ने इसकी सूचना कुलपति को दी। वह भी इस सच से हैरान रह गए।

विवि तलब किया अधिकारी: कुलपति ने तुरंत समाज कल्याण अधिकारी अशोक दीक्षित से फोन पर बात की। जिम्मेदार अधीक्षक को तलब कर लिया। तीनों हॉस्टल में रह रहे छात्र-छात्रओं की पूरी जानकारी मांगी है। साथ ही अब तीनों हॉस्टल में विश्वविद्यालय का वार्डन नियुक्त करने के लिए कहा है। इस पर समाज कल्याण अधिकारी ने सहमति दे दी है। एक-दो दिन में कागजी कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।

 निगरानी रखने वाला कोई नहीं : तीनों हॉस्टल में करीब 144 छात्र-छात्रएं रहते हैं। इन पर निगरानी रखने के लिए कोई भी वार्डन नहीं है। समाज कल्याण अधिकारी अशोक दीक्षित ने बताया कि कर्मचारियों की कमी के चलते एक अधीक्षक के ही छह हॉस्टल हैं। शासन को इसकी सूचना दी जा चुकी है। विवि में संचालित हॉस्टल की सुरक्षा की पूरी व्यवस्था विश्वविद्यालय प्रशासन ही देखता है।

कुलपति से बात हुई है। अब निगरानी के लिए विश्वविद्यालय का वार्डेन रखने की इच्छा जाहिर की है। यह अच्छी बात है। विभाग के पास फिलहाल कर्मचारियों की कमी है। वहां आपत्तिजनक चीजें मिलने की कोई बात मुङो नहीं मालूम है। -अशोक दीक्षित, जिला समाज कल्याण अधिकारी

कई दिनों से तीनों हॉस्टल की शिकायतें मिल रहीं थीं। इसकी जांच हुई तो कुछ आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई हैं। छात्र-छात्रओं की सुरक्षा और उन पर निगरानी रखने के लिए भी कोई नहीं रहता था। इसलिए विवि से वार्डन नियुक्त किया जाएगा। - प्रो. अनिल शुक्ला, कुलपति,रुहेलखंड विश्वविद्यालय


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