रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने दिया प्रोफेसरों को फोन करके कॉपी जांचने का न्यौता
दिनभर चली व्यवस्थाओं की कसरत समन्वयकों संग बैठकों का दौर चला।
जेएनएन, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में मंगलवार से मुख्य परीक्षा-बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी और एमकॉम की कॉपी जांचना शुरू हो जाएगा। हालांकि, परीक्षक-प्रोफेसरों का संकट खड़ा है। स्थिति से निपटने के लिए सोमवार को परीक्षा विभाग की टीम गत वर्ष के परीक्षकों को फोन करके कॉपी जांचने की दावत देने में व्यस्त रही।
मूल्यांकन की शुरुआत अंग्रेजी, कॉमर्स, जूलॉजी, बाटनी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, गृह विज्ञान, एजुकेशन आदि विषयों से होगी। स्नातक-परास्नातक दोनों कक्षाओं की कॉपी एक साथ जांची जाएंगी। परीक्षा भवन और नेहरू युवा केंद्र मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें चार केंद्र चलेंगे। चारों पर एक-एक समन्वयक तैनात किए हैं। शिक्षकों का मानना है कि विवि प्रशासन के सामने मूल्यांकन को ढर्रे पर लाने की बड़ी चुनौती रहेगी। इसलिए क्योंकि अभी मुख्य परीक्षा चल रही है। साथ ही लगभग प्रदेश भर में एक साथ परीक्षाएं शुरू हुई हैं। इससे दूसरे विश्वविद्यालयों से परीक्षक मिलना मुश्किल होगा। मूल्यांकन की शुरुआत में यह संकट नजर भी आ रहा है।
समन्वयकों के साथ बैठक
सोमवार को परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार ने मूल्यांकन समन्वयक और सह-समन्वयकों के साथ बैठक की। मूल्यांकन सामग्री, परीक्षकों के नाश्ते, कॉपियों की सुरक्षा संबंधी विषयों पर चर्चा हुई। तय हुआ कि कोडिंग का विशेष ख्याल रखा जाए। किन शिक्षकों को कितने बंडल जांचने के लिए दिए जाएंगे, यह सब व्यवस्थित रहना चाहिए।
सावधानी से जांची जाएंगी कॉपी
गत वर्ष मूल्यांकन में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे थे। बीएससी में फेल छात्रों ने हंगामा काटते हुए यह आरोप लगाया था कि उनकी कॉपी ढंग से नहीं जांची गई हैं। इसलिए सैकड़ों छात्रों को जीरो अंक मिले हैं। बाद में चैलेंज मूल्यांकन से करीब 65 छात्रों के अंक बढ़े थे। विवि पिछली घटना से सजग है। स्पष्ट किया है कि कॉपी गंभीरता से जांची जाएंगी।
केंद्रों पर लगाए गए सीसीटीवी
मूल्यांकन की व्यवस्था हो गई है। मंगलवार से शुरुआत कर दी जाएगी। केंद्रों पर सीसीटीवी लगे हैं। शुरुआत हो जाए तो परीक्षकों की कमी नहीं होगी। - संजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक रुविवि