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केंद्रीय मंत्री ने झडी दिखाकर रवाना की डेमू, बरेली सिटी से काशीपुर, पीलीभीत दौड़गी

मेट्रो जैसी आधुनिक डेमू ट्रेन को शनिवार को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Sep 2018 04:15 PM (IST)Updated: Sat, 29 Sep 2018 04:15 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री ने झडी दिखाकर रवाना की डेमू, बरेली सिटी से काशीपुर, पीलीभीत दौड़गी
केंद्रीय मंत्री ने झडी दिखाकर रवाना की डेमू, बरेली सिटी से काशीपुर, पीलीभीत दौड़गी

बरेली(जेएनएन)। मेट्रो जैसी आधुनिक डेमू ट्रेन को शनिवार को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री संतोष गंगवार, विधायक बहोरन लाल मौर्य व डीआरएम दिनेश कुमार सिंह ने हरी झडी दिखाकर इज्जतनगर स्टेशन से रवाना किया। औपचारिक शुभारंभ के बाद अब डेमू रोजाना सुबह 6.10 पर बरेली सिटी से उत्तराखंड के काशीपुर को रवाना होगी। यह ट्रेन 8.25 पर लाल कुआ पहुंचेगी। वहा से करीब 20 मिनट बाद सुबह 8.45 पर लाल कुआ स्टेशन से काशीपुर के लिए चलेगी। डेमू सुबह 10.15 बजे काशीपुर पहुंचेगी। वहा से दोपहर 12.00 बजे ट्रेन की वापसी होगी। ट्रेन दोपहर 1.25 पर लाल कुआ पहुंचेगी और 1.50 पर लाल कुआ से चलकर बरेली सिटी स्टेशन के लिए रवाना होगी। बरेली सिटी स्टेशन ट्रेन करीब शाम 4.15 बजे आएगी। इसके अलावा शाम 6.00 बजे डेमू बरेली सिटी से पीलीभीत के लिए रवाना होगी। ट्रेन रात 8.00 बजे पीलीभीत पहुंचाएगी। पीलीभीत से इसकी वापसी रात 9.35 पर होगी और यह ट्रेन करीब दो घटे सफर के बाद रात 11.30 बजे बरेली सिटी स्टेशन पहुंचेगी।

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--सुरक्षा के हैं पूरे इंतजाम

आधुनिक डेमू ट्रेन में सुरक्षा के खासा इंतजाम हैं। ट्रेन की हर बोगी में फायर अलार्म तो है ही इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। ट्रेन की सीट चेयर कार की तरह बेहद आरामदायक हैं।

--डेमू ट्रेन की ये है विशेषता

- डेमू ट्रेनों में अलग से लोकोमोटिव लगाए जाने की आवश्यकता नहीं है। यह ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड होने के कारण किसी भी दिशा में चलाई जा सकती है।

- इसमें शटिंग करने की आवश्यकता नहीं होती, जिससे समय की बचत होती है।

- डीजल की खपत बहुत कम है। साथ ही स्पीड का बेहतर नियंत्रण रहता है।

- सहायक चालक की आवश्यकता नहीं होती है।

- रेक छोटा होने के कारण गाड़ियों को फुट ओवरब्रिज के पास खड़ा किया जा सकता है।

- महिला कोच में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे का प्रावधान है।

- यात्रियों की यात्रा को और अधिक आरामदायक बनाने के लिए एयर स्प्रिंग होती है।

- कोचों में यात्रियों को जानकारी देने के लिए डिस्प्ले बोर्ड और कंप्यूटराइज्ड एनाउंसमेंट सिस्टम होता है।

- ट्रेन के दरवाजे अधिक चौडे़ हैं, जिससे यात्रियों को चढ़ने-उतरने में सुविधा होती है।


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