राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम बनकर वर्दीधारी जालसाज इनोवा लेकर हुए फरार Pilibhit News
बीती 25 जनवरी को एक इनोवा कार को असोम हाईवे पर चार वर्दीधारी जालसाजों ने ओवरटेक कर रोक लिया। खुद को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) से बताते हुए पेपर दिखाने की बात कही।
जेएनएन, पीलीभीत : बीती 25 जनवरी को एक इनोवा कार को असोम हाईवे पर चार वर्दीधारी जालसाजों ने ओवरटेक कर रोक लिया। खुद को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) से बताते हुए पेपर दिखाने की बात कही। जड़ी बूटी से लदी कार कब्जे में ले ली। फिर कुछ दूर ले जाकर चालक और उसके साथी को अलग-अलग छोड़ दिया और इनोवा लेकर फरार हो गए। पुलिस ने कार मालिक की तहरीर पर चार अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिला बहराइच के साकेतनगर रूपैडिहा निवासी शीतला मौर्या चालक है। वह खुद की इनोवा कार चलाते हैं। 23 जनवरी को शीतला साथी नकुल के साथ नेपाल के बांके जिला में नेपालगंज स्थित सागर माथा ट्रेड एंड सप्लायर्स से सुगंधनाला, केरोसिन तेल और जड़ी बूटी लेकर कन्नौज के लिए रवाना हुए थे।
25 जनवरी को पूरनपुर से चार किलोमीटर दूर उदयकरनपुर के पास एक स्विफ्ट डिजायर कार सवार चार वर्दीधारी जालसाजों ने ओवरटेक कर उनकी कार को रोक लिया। जालसाजों ने खुद को डीआरआइ से बताते हुए शीतला, नकुल को इनोवा से उतरने और कागज दिखाने की बात कही। इसके बाद दोनों को अपनी गाड़ी में बिठा लिया। जबकि एक जालसाज उनकी इनोवा में बैठ गया।
थोड़ी दूर ले जाकर जालसाजों ने शीतला को उतार दिया और पीछे दूसरी गाड़ी से आने से कहा। जबकि नकुल को सीतापुर ले जाकर उतारा। उससे कहा कि अगले दिन 11 बजे डीआरआइ कार्यालय पेपर लेकर आ जाना। इसके बाद जालसाज गाड़ी लेकर चले गए। अगले दिन शीतला लखनऊ के इंदिरानगर और गोमती नगर स्थित डीआरआइ कार्यालय और कस्टम कार्यालय में छानबीन करते रहे।
उनकी इनोवा और जालसाजों का कोई पता नहीं चल सका। तब उन्हें उनके साथ वारदात होने का पता चला। पुलिस ने शीतला मौर्या की तहरीर पर चार अज्ञात जालसाजों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। शीतला के अनुसार, तीन जालसाज सादी वर्दी में और एक व्यक्ति के अशोक का स्तंभ और स्टार लगे थे। इंस्पेक्टर एसके ङ्क्षसह ने बताया कि धोखाधड़ी कर जालसाज गाड़ी लेकर भागे हैं। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गाड़ी को भी ट्रेस कर लिया गया है।
सिम निकाली, वापस किए मोबाइल : बताया जा रहा है कि जालसाजों ने इनोवा लेकर भागने से पहले दोनों लोगों के मोबाइल से सिम निकालकर उन्हें मोबाइल पकड़ा दिए। मोबाइल साथ में ले जाने पर वारदात के बाद उन्हें घंटों परेशानी का सामना करना पड़ा।
कहीं लूट का शिकार तो नहीं हुए दोनों : जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है इससे वह पेशवर आरोपित प्रतीत होते हैं। अचानक इनोवा के आगे अपनी गाड़ी लगाकर उन्हें गाड़ी से उतारकर अपनी गाड़ी में बैठाना और फिर मोबाइल से सिम निकाल लेना।
थोड़ी दूर जाकर शीतला मौर्या को उतार देना, उसके बाद नकुल को सीतापुर उतारकर गाड़ी लेकर चले जाने की कहानी लोगों के गले नहीं उतर रही है। लूट की घटना होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। हालांकि, वादी की तहरीर पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।