नौकरी के लिए भटक रहे बेरोजगार युवाओं को बजट से राहत की दरकार Bareilly News
जिले में करीब 17 लाख युवा हैं। उन्हें नौकरियां व स्वरोजगार के अवसर मिलें ताकि वे आत्मनिर्भर हो सकें।
जेएनएन, बरेली : जिले में करीब 17 लाख युवा हैं। उन्हें नौकरियां व स्वरोजगार के अवसर मिलें ताकि वे आत्मनिर्भर हो सकें। युवा कभी कौशल के मामले में मात खा जाते हैं तो कभी स्वरोजगार के लिए बजट के इंतजाम में। सरकार की ओर से युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए रोजगार मेला, प्रधानमंत्री कौशल विकास समेत कई योजनाएं हैं, मगर उनका अधिकतम लाभ नहीं पाता। उन्हें आस है कि इस बजट में उनके लिए नौकरी व स्वरोजगार के इंतजाम किए जाएंगे। रुहेलखंड विश्वविद्यालय व उससे जुड़े कॉलेजों से हर वर्ष लगभग डेढ़ लाख युवा पास होकर निकलते हैं। इनके लिए हर साल डेढ़ लाख नौकरियां सृजित करनी होंगी।
कौशल विकास मिशन से दक्ष बनाने की कवायद : उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन योजना के अंतर्गत 2018-19 में 3563 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य मिला। गारमेंट्स, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, टूर एंड ट्रैवल्स में कुशल बनने के लिए 4800 युवाओं ने आवेदन किए। प्रशिक्षण के बाद 1600 को रोजगार मिला।
सेवायोजन विभाग के आंकड़े
मंडल के पीलीभीत, बदायूं, शाहजहांपुर और बरेली के सेवायोजन विभाग में 1,59,719 युवा यहां पंजीकृत हैं, जिसमें 57160 बरेली के हैं। इनमें आठवीं कक्षा से लेकर बीटेक, एमबीए, फार्मेसी और अन्य योग्यता धारक युवक-युवतियां शामिल हैं।
युवाओं का अनुमानित आंकड़ा
18 से 19 वर्ष के बीच : 34,221
20 से 29 वर्ष के बीच : 8,95,880
30 से 39 वर्ष के बीच : 7,49,880
रुहेलखंड विवि में शोध के लिए बेहतर संसाधन मिलने की उम्मीदें
रुहेखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं 536 महाविद्यालय
स्टार्टअप से युवाओं को जोड़ना होगा
रुविवि के प्लेसमेंट सेल प्रभारी डॉ. विनय ऋषिवाल कहते हैं कि युवाओं को सीधे स्टार्टअप से जोड़ना होगा। युवाओं के पास काफी अच्छे आइडिया होते हैं लेकिन, उसे शुरू करने के लिए पैसा नहीं मिलता। सरकार हर जिले में इसके लिए कोई विशेष केंद्र स्थापित करे, जहां से युवा अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ा सकें।
खेल क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को बेहतर संभावनाओं पर गौर करना होगा। इससे युवाओं को खेलों में करियर बनाने में मदद मिलेगी और वह देश का नाम भी रोशन करेंगे। - अभिषेक, तैराक
एजुकेशन लोन सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए। युवा स्कूली शिक्षा तो आसानी से पूरी कर लेते हैं, लेकिन अगली पढ़ाई में कई बार आर्थिक तंगी बाधा बन जाती है। - अभिजीत सिंह, इंजीनियरिंग छात्र
युवाओं को देनी होगी कौशल विकास की जानकारी
बरेली कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन बताते हैं कि युवाओं को स्वरोजगार और रोजगार से पहले तैयार करना होगा। अगर सरकार स्किल ऑन व्हील सेवा शुरू करे तो बेहतर होगा। हाईटेक स्किल वैन युवाओं को स्किल बेस्ड कोर्सेस की जानकारी दे। एजुकेशन लोन, बीवोक कोर्स, स्किल ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्स की जानकारी दे।
बजट में शिक्षा को रोजगार के साथ जोड़ने के लिए नीति की घोषणा करनी चाहिए। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और बेरोजगारी का संकट खत्म होगा। इस दिशा में युवा सार्थक पहल के इंतजार में हैं।- रितवेश त्रिपाठी, एथिकल हैकर