मुफ्त की दावत के चक्कर में पकड़े गए बेरोजगार
बेरोजगार हैं, एक अदद नौकरी की तलाश है इसलिए दिन में ऑफिसों के चक्कर लगाते हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली : बेरोजगार हैं, एक अदद नौकरी की तलाश है इसलिए दिन में ऑफिसों के चक्कर लगाते हैं। रात को खाने का टाइम होता है तो शादियों में शामिल हो जाते हैं। जेब की हालत ठीक नहीं, इसके बावजूद पकवान खाने की इच्छा पूरी करने के लिए बिना बुलाए मेहमान बनने वाले ऐसे युवकों को शनिवार की रात भारी गुजरी। फहम लॉन में मुफ्त की दावत उड़ा रहे थे, पकड़े गए। हवालात में पहुंचे तो माफी मांगने लगे। ऐसे नौ बारादरी थाने में हैं, जिनमें से कुछ तो दूसरे शहरों के हैं।
बदायूं रोड के सर्वोदयनगर निवासी आशा भास्कर रामपुर मिलक की पूर्व ब्लॉक प्रमुख हैं। उनके पति वीरेंद्र भास्कर बीएसएनएल से रिटायर हैं। बेटी गृहमंत्रालय में अफसर हैं, शुक्रवार को उनकी शादी पीलीभीत बाईपास स्थित फ्लोरा गार्डन में थी। उसी वक्त रिश्तेदारों ने आशा को फोटो खिंचाने के लिए बुलाया तो वह अपना बैग कुर्सी पर रखकर स्टेज पर पहुंच गई। वापस आकर देखा तो बैग गायब था। सीसीटीवी फुटेज में एक किशोर बैग ले जाते दिखा।
सादा कपड़ों में तैनात हुई पुलिस
बरात में चोरी करने वाले गिरोह की धरपकड़ के लिए पुलिसकर्मी सादा वर्दी में पीलीभीत रोड के बरातघरों में तैनात हो गए। शनिवार रात को फहम लॉन में मुस्लिम परिवार का समारोह, दावत चल रही थी। वहां भी सादा कपड़ों में पुलिस कर्मी पहुंच गए। देखा कि गेरुआ शर्ट पहने तिलकधारी युवक भी दावत खा रहा है। उसे टोका तो वह सकपका गया। इसके बाद एक-एक कर नौ युवकों को पकड़ा गया, जोकि बिन बुलाए मेहमान थे। आयोजन कर रहे परिवार से उनकी पहचान कराई तो बताया गया कि उन युवकों को कोई नहीं जानता। इसके बाद उन सभी नौ युवकों को थाने लाया गया।
नौकरी की तलाश और सेल्समैन निकले युवक
पकड़े गए युवकों से पूछताछ हुई तो उनमें से कई बेरोजगार थे। दिनभर नौकरी की तलाश में लगे रहते हैं, रात को खाने का इंतजाम बरातघरों में कर लेते हैं। कुछ युवक सेल्समैन हैं, वे भी फ्री की दावत खाने पहुंच गए। पकड़े गए युवकों में राशिद, देवेश, समीर जगतपुर में पानी की टंकी के पास रहते हैं। सत्यप्रकाश तिवारी निवासी सीतापुर, सलीम निवासी सैदपुर हाकिंस, आशू निवासी और सोनू निवासी हंडिया, इलाहाबाद को भी पकड़ा गया।