निमार्णाधीन टोल प्लाजा : कई जिंदगियां सो गईं तब जागे अफसर Bareilly News
लगातार मौतों के बाद न तो एनएचएआइ के अधिकारी जागे और न ही प्रशासनिक अफसर। दैनिक जागरण ने सिस्टम को झकझोरा तब जाकर जिम्मेदारों की नींद टूटी।
बरेली, जेएनएन : एक महीने और छह मौतें। वे लोग निकले तो हाईवे पर सुहाने सफर की आस में थे मगर, खूनी मोड़ ने उनकी जिंदगी छीन ली। ऐसी लगातार मौतों के बाद न तो एनएचएआइ के अधिकारी जागे और न ही प्रशासनिक अफसर। दैनिक जागरण ने सिस्टम को झकझोरा तब जाकर जिम्मेदारों की नींद टूटी। फरीदपुर के निर्माणाधीन टोल प्लाजा के पास बने उस एक्सीडेंट जोन पर हादसे रोकने के लिए संकेतक लगा दिए गए। चेतावनी बोर्ड लगे हैं, ट्रैफिक लाइट लगा दी गई ताकि तेज रफ्तार में कोई उधर से न गुजरे।
बरेली से लखनऊ की ओर जाने वाले वाहनों को इंवर्टिस चौराहा से फोरलेन मिल जाता है। जिसके बाद वाहन सरपट दौड़ाते जाते हैं। लेकिन, निर्माणाधीन टोल प्लाज के पास पहुंचते ही अचानक रास्ता डायवर्ट है, सामने मिट्टी का ढेर लगा दिया गया था। नतीजन बरेली की ओर से आने वाले वाहन सीधे उसी में जा टकराते। अब डायवर्जन पर बने डेढ़ मीटर के बड़े गड्ढे को फिलहाल मरम्मत कर भर दिया गया है।
चंद रोज पहले भी हुआ हादसा
13 जुलाई की रात इसी डायवर्जन मोड़ पर लखनऊ की ओर जाती स्विफ्ट डिजायर कार डबल डेकर बस से टकरा गई थी। कार में बैठे पिथौरागढ़ में तैनात आयकर अधिकारी उनके चपरासी और ड्राइवर की मौत हो गई थी। जबकि इस घटना से ठीक दस दिन पहले उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री अर¨वद पांडे के बेटे अंकुर सहित दो युवकों की दुर्घटना में इसी डायवर्जन मोड़ पर जान चली गई थी। लगभग डेढ़ साल में इस डायवर्जन मोड़ पर एक दर्जन से अधिक मौतें हो चुकी हैं।
अब दूर से दिखेगा डायवर्जन
अब इस मोड़ पर दूर से संकेतक और चेतावनी बोर्ड दिखाई दे रहे हैं। डायवर्जन मोड़ पर तो एनएचएआइ के अधिकारियों ने थोड़ा बहुत इंतजाम कर दिया लेकिन इन निर्माणाधीन प्लाजा के अवरोधक पत्थरों पर रिफ्लेक्टर पॉलिश और टेप लगाना बाकी है।
जागरण की खबरों पर मंत्री ने लिया संज्ञान, तब हरकत में आया एनएचएआइ
इस एक्सीडेंट जोन पर हादसे रोकने के लिए सुरक्षा इंतजाम हों, इसके लिए दैनिक जागरण ने अभियान चलाया था। जिस पर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने संज्ञान लिया और एनएचएआइ के चेयरमैन से मुलाकात की। तब कहा गया था कि जल्द ही मरम्मत शुरू करा दी जाएगी। प्रभारी मंत्री बृजेश पाठक ने भी अधिकारियों को आड़े हाथों लिया तब एनएचएआइ हरकत में आया।