पीएम आवास की धनराशि हड़पने के लिए बदायूं में मामा ने किया था भांजे का अपहरण, चोरी के मोबाइल से किया था फिरौती का मैसेज
Uncle kidnapped Nephew in Badaun उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं के थाना फैजगंज बेहटा के मुड़िया नगर पंचायत के वार्ड-5 से छह वर्ष के बालक के अपहरण किए जाने के मामले में एसएसपी डा. ओपी सिंह ने राजफाश किया। बच्चे का अपहरण उसके मामा ने ही किया था।
बरेली, जेएनएन। Uncle kidnapped Nephew in Badaun : उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं के थाना फैजगंज बेहटा के मुड़िया नगर पंचायत के वार्ड-5 से छह वर्ष के बालक के अपहरण किए जाने के मामले में एसएसपी डा. ओपी सिंह ने राजफाश किया। बताया कि बच्चे का अपहरण उसके मामा ने ही किया था। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसे मालूम था कि उसकी बहन के पास पीएम आवास योजना के दो लाख रुपये रखे हैं। उन रुपये के लिए ही उसने अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
नगर पंचायत मुड़िया के वार्ड-5 निवासी फिदा हुसैन का छह साल का बेटा जुनैद शनिवार दोपहर दो बजे घर पर ही खेल रहा था। करीब एक घंटे बाद जुनैद नजर नहीं आया तो स्वजन ने उसकी तलाश शुरू की। कुछ देर बाद जुनैद मां सायमा के मोबाइल पर एक नंबर से मैसेज आया और बेटे को वापस करने के लिए डेढ़ लाख रुपये की मांग की गई। बाद में इसी नंबर से फिर मैसेज आया तो पांच लाख रुपये मांगे गए। यह सुनकर स्वजन के होश उड़ गए। आनन फानन मामले की जानकारी थाना फैजगंज बेहटा पुलिस को दी थी। सूचना पर थानाध्यक्ष सुरेश चंद्र गौतम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद बालक कस्बे के ही एक अहाते से बरामद कर लिया गया था। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया था। पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया युवक का नाम शाहरुख है और वह सायमा का ममेरा भाई है। उसने बताया कि जुनैद को खुलते समय चोट लग गई थी तो उसने उसकी पट्टी कराई, इसके बाद वह उसके अहाते में सो गया। उसे मालूम था के सायमा के पास दो लाख रुपये रखे हैं।
उसने उन रुपये को हड़पने के लिए अपहरण का नाटक रचा। उसने जिस मोबाइल से मैसेज किया था वह मोबाइल सायमा के पड़ोसी वजीर के बेटे युसुफ का था, जो एक माह पहले चोरी हो गया था। मोबाइल शाहरुख ने ही चोरी किया था। उसने पुलिस से बचने के लिए सिम भी तोड़कर फेंक दी थी। बाद में पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछने पर उसने मोबाइल और सिम भी बरामद कराई। एसएसपी डा. ओपी सिंह ने बताया कि आरेापित ने बचने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन पुलिस ने उसे सच निकलवा लिया। एसएसपी ने पुलिस टीम को दस हजार रुपये इनाम की घोषणा भी की है।