Move to Jagran APP

असत्य पर हुई सत्य की जीत

अंतत भगवान श्रीराम ने बुराई और अहंकार के प्रतीक रावण का वध कर दिया। 20 फीट के रावण के पुतले के धरा पर गिरते ही चहुंओर जय श्रीराम का उद्घोष होने लगा। तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। आतिशबाजी देख आभास हुआ कि मानो आकाश से रंग-बिरंगे सितारे गिर रहे हों।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 02:38 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 05:00 AM (IST)
असत्य पर हुई सत्य की जीत
असत्य पर हुई सत्य की जीत

बरेली, जेएनएन : डोली भूमि गिरत दसकंधर। छुभित सिधु सरि दिग्गज भूधर।। अंतत: भगवान श्रीराम ने बुराई और अहंकार के प्रतीक रावण का वध कर दिया। 20 फीट के रावण के पुतले के धरा पर गिरते ही चहुंओर जय श्रीराम का उद्घोष होने लगा। तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। आतिशबाजी देख आभास हुआ कि मानो आकाश से रंग-बिरंगे सितारे गिर रहे हों। यह दृश्य था रविवार को चौधरी तालाब मुहल्ले में 453वें वर्ष आयोजित रामलीला का।

loksabha election banner

श्री रानी महालक्ष्मी बाई रामलीला समिति के निर्देशन में हुए आयोजन में रविवार को रावण दहन की लीला देखने दूर-दराज से लोग पहुंचे। रविवार को प्रभु श्रीराम ने अहंकारी दशानन की नाभि में जैसे ही अग्नि बाण मारा, वह धरती पर गिर पड़ा। इससे पहले श्रीराम और लंकाधिराज रावण में घनघोर युद्ध हुआ। श्रीराम ने रावण के दसों शीश काट दिए, फिर भी उसकी मृत्यु नहीं हुई। तब विभीषण ने प्रभु को बताया कि रावण की नाभि में बाण मारें तो उसकी मृत्यु हो जाएगी। रावण के अंत के बाद पुतला दहन हुआ और जमकर आतिशबाजी की गई। केंद्रीय मंत्री ने प्रभु के स्वरूप की उतारी आरती

केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने चौधरी तालाब मैदान पर प्रभु के स्वरूप की आरती उतारकर दशहरे के मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान यहां समिति के अध्यक्ष रामगोपाल मिश्रा, प्रभु नारायण तिवारी, धीरेंद्र शुक्ला, शिव नरायन दीक्षित, गोपाल मिश्रा, आदित्य नरायन मिश्रा, कपिल शुक्ला, ललित अवस्थी, डीके बाजपेई समेत अन्य मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.