Traffic Police : Interceptor vehicle से बदायूं में काटेगी चालान, लगाएगी रफ्तार पर लगाम Badaun News
जिले में इंटरसेप्टर वाहन मुहैया कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एसएसपी के माध्यम से यातायात निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है।
जेएनएन, बदायूं : जिले में इंटरसेप्टर वाहन मुहैया कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एसएसपी के माध्यम से यातायात निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है। योजना परवान चढ़ी तो शहर से जुड़े सभी हाईवे पर वाहनों की गति नियंत्रित होगी और तेज गति से वाहन चलाने वालों पर ऑनलाइन जुर्माना लगाया जाएगा।
Fast Speed से होते है हादसे
जिले में मुरादाबाद-फरुखाबाद हाईवे व बरेली-आगरा फोरलेन पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। बेतरतीब गलत साइड पर या तेज रफ्तार वाहन चलाने से आए दिन हादसे होते हैं। जिनमें लोग असमय काल के गाल में समा जाते हैं। रफ्तार का मानक का पालन कराने के लिए पुलिस के पास इंटरसेप्टर वाहन नहीं है। इससे नियम तोड़ने वाले वाहनों पर जुर्माना नहीं लग पता है।
यह होता है Interceptor vehicle
वाहन में कम्प्यूटर सिस्टम व कैमरे लगे होते हैं। यह दूर से ही वाहन को देखकर उसकी रफ्तार का पता लगा लेते हैं और कम्प्यूटर स्क्रीन पर संबंधित वाहन की वीडियो समेत रफ्तार की गति दिखने लगती है। इसके अलावा इसमें ब्रीथ एनालाइजर भी लगे होते हैं, जो शराब पीकर वाहन चलाने वालों की चेकिंग के काम में आते हैं। शराबी को उसमें फूंक मरवाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि उसने कितना एल्कोहल लिया है।
ये है Standard of speed
एक्सप्रेस वे और राजमार्गों पर गति की सीमा 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा के हिसाब से होती है। जबकि राजमार्गों पर 80 से सौ की स्पीड पर ही वाहन चलाए जा सकते हैं। वहीं दो पहिया वाहनों की रफ्तार 40 से 60 के बीच रहना चाहिए। शहर की सड़कों पर दो पहिया वाहन 20 से 40 तो चार पहिया 40 से 60 की रफ्तार से ही दौड़ाए जा सकते हैं।
इंटरसेप्टर वाहन के लिए यहां से प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है। उम्मीद है कि इसी वित्तीय वर्ष में यह वाहन मिल जाए। इससे तेज रफ्तार वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई में आसानी रहेगी।
-राममिलन सिंह, प्रभारी टीएसआइ