Move to Jagran APP

Traffic Police : Interceptor vehicle से बदायूं में काटेगी चालान, लगाएगी रफ्तार पर लगाम Badaun News

जिले में इंटरसेप्टर वाहन मुहैया कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एसएसपी के माध्यम से यातायात निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 05:48 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 05:48 PM (IST)
Traffic Police : Interceptor vehicle से बदायूं में काटेगी चालान, लगाएगी रफ्तार पर लगाम Badaun News
Traffic Police : Interceptor vehicle से बदायूं में काटेगी चालान, लगाएगी रफ्तार पर लगाम Badaun News

जेएनएन, बदायूं : जिले में इंटरसेप्टर वाहन मुहैया कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एसएसपी के माध्यम से यातायात निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है। योजना परवान चढ़ी तो शहर से जुड़े सभी हाईवे पर वाहनों की गति नियंत्रित होगी और तेज गति से वाहन चलाने वालों पर ऑनलाइन जुर्माना लगाया जाएगा।

loksabha election banner

Fast Speed से होते है हादसे 

जिले में मुरादाबाद-फरुखाबाद हाईवे व बरेली-आगरा फोरलेन पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। बेतरतीब गलत साइड पर या तेज रफ्तार वाहन चलाने से आए दिन हादसे होते हैं। जिनमें लोग असमय काल के गाल में समा जाते हैं। रफ्तार का मानक का पालन कराने के लिए पुलिस के पास इंटरसेप्टर वाहन नहीं है। इससे नियम तोड़ने वाले वाहनों पर जुर्माना नहीं लग पता है।

यह होता है Interceptor vehicle 

वाहन में कम्प्यूटर सिस्टम व कैमरे लगे होते हैं। यह दूर से ही वाहन को देखकर उसकी रफ्तार का पता लगा लेते हैं और कम्प्यूटर स्क्रीन पर संबंधित वाहन की वीडियो समेत रफ्तार की गति दिखने लगती है। इसके अलावा इसमें ब्रीथ एनालाइजर भी लगे होते हैं, जो शराब पीकर वाहन चलाने वालों की चेकिंग के काम में आते हैं। शराबी को उसमें फूंक मरवाने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि उसने कितना एल्कोहल लिया है।

ये है Standard of speed

एक्सप्रेस वे और राजमार्गों पर गति की सीमा 100 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटा के हिसाब से होती है। जबकि राजमार्गों पर 80 से सौ की स्पीड पर ही वाहन चलाए जा सकते हैं। वहीं दो पहिया वाहनों की रफ्तार 40 से 60 के बीच रहना चाहिए। शहर की सड़कों पर दो पहिया वाहन 20 से 40 तो चार पहिया 40 से 60 की रफ्तार से ही दौड़ाए जा सकते हैं।

इंटरसेप्टर वाहन के लिए यहां से प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है। उम्मीद है कि इसी वित्तीय वर्ष में यह वाहन मिल जाए। इससे तेज रफ्तार वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई में आसानी रहेगी।

-राममिलन सिंह, प्रभारी टीएसआइ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.