जुमे को अलविदा, हो सकती है ईद भी
जुमातुल विदा यानी जुमे से पहले जुमेरात (गुरुवार) को ईद का चांद दिख जाएगा।
जागरण संवाददाता, बरेली : जुमातुल विदा यानी जुमे से पहले जुमेरात (गुरुवार) को ईद का चांद दिख जाएगा। देवबंदी और सुन्नी बरेलवी मसलक से जुड़े मुसलमान दो ईद भी मना सकते हैं। यह तमाम कयास सोशल मीडिया से लेकर लोगों की जुबान पर भी मौजू-ए-बहस बने हुए हैं। मसला उलमा तक भी ले जाया जा रहा है। इन तमाम बातों का दारोमदार चांद पर अटक गया है। ऐसे में शुक्रवार से पहले गुरुवार को भी आसमान पर चांद देखने की कोशिश की जाएगी।
दरअसल, इस बार चांद को लेकर मुसलमान दो हिस्सों में बंटे हैं। देवबंद मसलक के मानने वालों ने 17 मई और सुन्नी बरेलवी मुसलमानों ने 18 मई से रोजे रखे थे। आखिरी अशरे की ताक रातों में एक दिन का फासला कायम रहा। देवबंद मसलक की मस्जिदों में पांच जून से एतकाफ शुरू हुआ, जबकि बरेलवी मसलक के मुसलमान छह जून से एतकाफ में बैठे थे। शब-ए-कद्र की रातों से लेकर जुमातुल विदा की नमाज तक यह विरोधाभास बदस्तूर जारी रहा। देवबंद मसलक ने आठ जून को जुमातुल विदा की नमाज पढ़ी है। जबकि सुन्नी बरेलवी मसलक 15 जून को जुमातुल विदा की नमाज अदा करेंगे। उसके लिए दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन एलान भी कर चुके हैं।
कई साल पहले भी हो चुका ऐसा
दरगाह आला हजरत से जुड़े नासिर कुरैशी के मुताबिक कई साल पहले भी ऐसा ही मामला पेश आ चुका है, जब मुसलमानों ने दो ईद मनाई थीं। इस बार भी कुछ ऐसे ही हालात बने हैं। भ्रम की यह स्थिति बरेली तक ही सीमित नहीं है, बल्कि देशभर में है।
देवबंद मसलक आज देखेगा चांद
देवबंद मसलक के मुफ्ती मुहम्मद मियां कासिमी ने बताया कि जुमेरात को ईद का चांद देखा जाएगा। इस रोज 29 रोजे हो जाएंगे। चांद नजर आने की सूरत में शुक्रवार को ईद मनाई जाएगी। अब यह चांद पर निर्भर है।
बरेलवी मसलक पंद्रह को देखेगा चांद
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी उर्फ अहसन मियां ने सुन्नी मुसलमानों से 15 जून को ईद का चांद देखने आह्वान किया है। जिस शख्स को चांद दिखे वो इसकी शरई शहादत पेश करें। वहीं, नासिर कुरैशी ने बताया कि सोशल मीडिया पर 15 जून को ईद मनाए जाने की अफवाह फैलाई जा रही है। इसके लिए सऊदी अरब का हवाला दिया जा रहा है। यह सरासर गलत है। चांद से पहले ईद का एलान नहीं हो सकता।
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सुन्नी बरेलवी मसलक के मानने वाले 15 जून को चांद देखने का एहतमाम करेंगे। जुमा को जुमातुल विदा की नमाज पढ़ी जाएगी।
सलमान हसन कादरी, उपाध्यक्ष जमात-रजा-ए-मुस्तफा