बदायूं में पति व देवर का बदला लेने के लिए महिला ने कलेजे के टुकड़े को बनाया हथियार, किया ये काम
Badaun Kidnapping Case Update पति और देवर को जेल भेजने वालों से बदला लेने के लिए एक महिला ने अपने पांच माह के मासूम बच्चे को ही हथियार बना लिया। बुधवार को बच्चे को बरेली स्थित जेठ के घर छोड़ने के बाद महिला ने पुलिस को तहरीर दी थी
बदायूं , जागरण संवाददाता। Badaun Kidnapping Case Update : पति और देवर को जेल भेजने वालों से बदला लेने के लिए एक महिला ने अपने पांच माह के मासूम बच्चे को ही हथियार बना लिया। बुधवार को बच्चे को बरेली स्थित जेठ के घर छोड़ने के बाद महिला ने पुलिस (Badaun Police) को तहरीर दी थी कि पांच लोग उसके बच्चे का अपहरण (Kidnapping in Badaun) कर ले गए हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मासूम की तलाश शुरू की।
चूंकि मामला संदिग्ध था, ऐसे में महिला से ही पूछताछ की गई। साथ ही सर्विलांस की मदद ली गई तो पूरा मामला सामने आ गया। बच्चे की मां, उसकी दादी और ताई ने मिलकर ही पूरी साजिश रची थी। उसावां पुलिस ने बरेली के मिलक स्थित ताई के घर से बच्चे को बरामद कर लिया है। वह उसे लेकर बदायूं आ रहे हैं।
यहां से शुरू हुआ मामला
सितंबर 2021 में वजीरगंज की युवती का अपहरण किया गया था। मुकदमा वजीरगंज में दर्ज हुआ, लेकिन बाद में घटना स्थल सिविल लाइंस को होने के चलते विवेचना यहां आ गई। पुलिस ने जांच पड़ताल कर युवती को बरामद कर लिया साथ ही उसावां के गौतरा निवासी बबलू ठाकुर उर्फ विजय, अवनीश व अलापुर सखानू के सुनील पाल को गिरफ्तार किया। युवती ने तीनों पर सामूहिक दुष्कर्म करने के बयान भी दिए। इसके चलते तीनों को जेल भेज दिया गया था।
बदले में जेल या फैसला चाहती थी सोनी
अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म के इसी मुकदमे में फैसला या बदले में दूसरे पक्ष को जेल भेजने के लिए ही यह साजिश रची गई। साजिश में अवनीश की पत्नी सोनी, मां मुन्नी देवी व अवनीश के बड़े भाई की पत्नी शामिल थी। सोनी (Soni) बुधवार को ही अपना बच्चा बरेली में रहने वाले बड़े भाई की पत्नी को दे आई थी।
इसके बाद वह सास के साथ झील बाबा मंदिर उसावां पहुंची और वहां बच्चे के अपहरण की कहानी गढ़ी और दुष्कर्म पीड़िता के भाई, रिश्तेदार व उनका सहयोग करने वाले मझिया के प्रधान समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
पुलिस ने संदिग्ध मानकर ही शुरू की जांच
पुलिस ने मासूम के अपहरण की बात होने के चलते मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन इसे संदिग्ध मानकर ही जांच शुरू की। उसावां थाने के पुलिस जहां मुकदमे में नामजद किए गए लोगों से संपर्क कर उन्हें लाई, वहीं स्वाट टीम ( Badaun Swat Team) ने महिला सोनी और उसकी सास से पूछताछ की।
इसके साथ ही सर्विलांस (Surveillance) से लोकेशन और नंबर आदि ट्रेस किए गए। जिससे पोल खुलती गई। शनिवार शाम को महिला सोनी टूट गई और उसने पूरा घटनाक्रम बता दिया। इससे बाद उसकी निशानदेही पर ही बच्चे को बरेली के मिलक स्थित ताई के घर से बरामद कर लिया गया।
पांच माह के बच्चे के अपहरण की बात झूठ साबित हुई है। बच्चे की मां ने ही अपने पति व देवर को जेल से छुड़ाने व मुकदमे में फैसले का दबाव बनाने के लिए पूरी साजिश रची थी। पुलिस टीम बच्चे को बरेली से बरामद कर ला रही है। अब इस साजिश में शामिल तीनों महिलाओं के अलावा जो लोग भी इसमें लिप्त होंगे सभी पर कार्रवाई की जाएगी।- अमित किशोर श्रीवास्तव, एसपी सिटी