सीएमएस और प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी की इस गलती के लिए कटेगा तीन दिन का वेतन Bareilly News
बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण की बैठक से गैरहाजिर रहना प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी और जिला अस्पताल के सीएमएस को महंगा पड़ गया। डीएम ने दोनों का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
जेएनएन, बरेली : बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण की बैठक से गैरहाजिर रहना प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी और जिला अस्पताल के सीएमएस को महंगा पड़ गया। डीएम ने दोनों का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। बैठक शनिवार को विकास भवन में आयोजित थी। बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की समीक्षा के लिए डीएम नितीश कुमार की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई थी। इसमें प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी ने खुद पहुंचने के बजाय अपने प्रतिनिधि को भेज दिया। इससे नाराज डीएम ने उनको नोटिस जारी करने और तीन दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।
दस जनवरी तक पूरे करें इंतजाम : समीक्षा बैठक में डीएम ने निर्देश दिए कि बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण के लिए जो व्यवस्था होनी है उसे दस जनवरी तक हर हाल में पूरा करें। सीएचसी और पीएचसी में रखे जाने वाले डस्टबिन की गुणवत्ता में समझौता न हो। कचरे का निस्तारण चयनित जगह पर ही कराएं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में गड्ढे खोदे जा चुके हैं।
निरीक्षण में कमी मिली तो होगी कार्रवाई : इसके बाद स्वास्थ्य और पोषण समिति की बैठक हुई। इसमें सीएमएस डॉ. टीएस आर्या नहीं पहुंचे। डीएम ने उनका भी तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी से कहा कि जिन सीडीपीओ के क्षेत्र से पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में बच्चे नहीं भेजे गए, उन्हें चिह्न्ति करें। उनकी वेतन वृद्धि रोकी जाए। बच्चों के भर्ती होने की संख्या के आधार पर ही सीडीपीओ को वेतन दिया जाए। सुपोषित गांव में बेबी टॉयलेट के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए। एएनएम सेंटर की कमियां दूर करें। निरीक्षण में कहीं कमी मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।