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निदा व फरहत को देश छोडऩे की धमकी तथा ईनाम रखने का पत्र अल्पसंख्यक आयोग के पास

बरेली की निदा खान तथा फरहत नकवी को तीन दिन में देश छोडऩे की धमकी भरा पत्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पास पहुंच गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 22 Jul 2018 09:43 AM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 10:12 AM (IST)
निदा व फरहत को देश छोडऩे की धमकी तथा ईनाम रखने का पत्र अल्पसंख्यक आयोग के पास
निदा व फरहत को देश छोडऩे की धमकी तथा ईनाम रखने का पत्र अल्पसंख्यक आयोग के पास

बरेली (जेएनएन)। तीन तलाक तथा हलाला के खिलाफ अभियान छेडऩे वाली निदा खान तथा फरहत नकवी को अब धमकियां भी मिलने लगी हैं। पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतेह का सिर कलम करने वाले को बड़ा ईनाम देने की घोषणा करने वाले ऑल इंडिया फैजाने मदीना कौंसिल के अध्यक्ष मोईन सिद्दीकी नूरी का पत्र कल अल्पसंख्यक आयोग को मिल गया है।

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बरेली की निदा खान तथा फरहत नकवी को तीन दिन में देश छोडऩे की धमकी भरा पत्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पास पहुंच गया है। आयोग ने संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की बात कही है। पुलिस-प्रशासन ने पीडि़त की ओर से मुकदमा दर्ज कराने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया है। ऑल इंडिया फैजाने मदीना कौंसिल के अध्यक्ष मोईन सिद्दीकी नूरी ने शुक्रवार पत्र जारी कर निदा खान और फरहत नकवी को धमकी दी थी। इसमें कहा था कि यह इन दोनों की चोटी काटकर लाने वाले को ईनाम दिया जाएगा। पत्र में लिखा था कि निदा खान देश छोड़ दें, वरना पत्थर मारकर उन्हें निकाल दिया जाएगा। कल यह पत्र सोशल साइट्स पर भी वायरल हो गया।

पुलिस से की शिकायत

पीडि़ता निदा खान ने इसकी शिकायत पुलिस से की, तो मुकदमा दर्ज कराने का तर्क दिया गया। मीडिया के जरिये जब यह पत्र अल्पसंख्यक आयोग तक पहुंची तो उन्होंने यह पत्र तलब किया। आयोग की सदस्य रूमाना सिद्दीकी ने कहा कि धमकी भरा पत्र मिला है। महिलाओं को धमकाने वाले के विरुद्ध कार्रवाई होगी। निदा खान और फरहत नकवी ने तीन तलाक और हलाला को लेकर पीडि़ताओं की आवाज उठाई थी। यह मामला देश में सुर्खियां बन गया। इसके बाद निदा को इस्लाम से खारिज करने का फतवा जारी हुआ। इसी आक्रोश में उन्हें धमकी दी गई है।

आयोग के वादे तक सिमटा दूसरा गनर

आयोग ने निदा खान की सुरक्षा बढ़ाते हुए एक और गनर देने का निर्देश दिया था। कल तीसरे दिन भी निदा को दूसरा गनर नहीं मिला। जबकि अब उनके लिए धमकी भरा पत्र भी जारी हो चुका है।

तीन तलाक, हलाला पर पीएम से बात हो गई

तीन तलाक और हलाला पीडि़ताओं का मामला लेकर शाहजहांपुर गईं फरहत नकवी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात तो नहीं हुई लेकिन बात उन तक पहुंचा आईं। हैलीपैड पर स्वागत के दौरान बिथरी चैनपुर से भाजपा के विधायक पप्पू भरतौल ने पीएम मोदी को बताया कि बरेली में तलाक और हलाला के नाम पर महिलाओं के साथ जुल्म हो रहा है। जब आवाज उठा रही हैं तो उनके खिलाफ फतवे जारी किए जा रहे हैं। बकौल पप्पू भरतौल पीएम ने बुलाकर बात करने की बात कही है।

निदा खान को उनके शौहर ने तीन तलाक दे दिया था। इसके विरोध में निदा ने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट ने बीते हफ्ते तलाक को खारिज कर दिया। बरेली के यहां के आला हजरत दरगाह परिवार की बहू निदा खान के खिलाफ दो दिन पहले भी फतवा जारी किया गया था, जिसमें उनका हुक्का-पानी बंद करने और बीमार होने की स्थिति में दवा नहीं देने का फरमान जारी किया गया था। यह भी कहा गया था कि उनके इंतकाल पर जनाजे में कोई नहीं जाएगा।

क्या है मदीना काउंसिल के फतवा का मामला

तीन तलाक और हलाला जैसी कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वाली निदा खान और फरहत नकवी के खिलाफ एक और फतवा जारी किया गया है। फतवे में कहा गया है कि निदा और फरहत की चोटी काट कर देने और उनको पत्थर मारने वाले को इनाम दिया जाएगा। ऑल इंडिया फैजान-ए-मदीना काउंसिल के अध्यक्ष मुईन सिद्दीकी नूरी ने 11,786 रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है। दोनों को फतवे में तीन दिन के अंदर देश छोडऩे का आदेश दिया गया। फतवे में दोनों महिलाओं के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया गया है। इससे पहले भी मुईन सिद्दीकी नूरी पाकिस्तानी मूल के लेखन तारिक फतेह के खिलाफ फतवा जारी किया था। इसमें तारिक फतेह का सिर लाने वाले को दस लाख 786 रुपया ईनाम में देने की घोषणा की गई थी। 


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