इस बार NEET में हर सेगमेंट से अभियर्थियों को पांच सवाल छोड़ने का मिलेगा मौका, जानिये परीक्षा पैटर्न में और क्या किए गए बदलाव
New Pattern of NEET नीट की परीक्षा 12 सितंबर को आयाजित की जानी है। संक्रमण को देखते हुए छात्र हित में एनटीए ने इस बार परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया है। बायोलाजी के पाठ्यक्रम को बाटनी व जूलाजी को दो भागों में बांटा गया है।
बरेली, जेएनएन। New Pattern of NEET : नीट 12 सितंबर को आयाजित की जानी है। संक्रमण को देखते हुए छात्र हित में एनटीए ने इस बार परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया है। बायोलाजी के पाठ्यक्रम को बाटनी व जूलाजी को दो भागों में बांटा गया है। इसके अलावा पूरे पेपर को चार हिस्सों में तैयार किया है। हर भाग से बच्चों को पांच मुश्किल सवाल छोड़ने का विकल्प दिया जाएगा। ऐसे में एक्सपर्टों का कहना है कि छात्रों को पैटर्न के हिसाब से अच्छे अंक पाने के लिए अपनी स्ट्रेटेजी भी बदलनी होगी।
ऐसे करें तैयारी : चाणक्य इंस्टीट्यूट के मालिक और एक्सपर्ट अशोक कुमार ने बताया कि परीक्षा आयोजित होने में एक महीना भी पूरा नहीं है। ऐसे में छात्र-छात्राएं किसी भी विषय या टापिक को गहनता से न पढ़ते हुए उसका बेसिक मजबूत करें। जितना पाठ्यक्रम शुरुआत से छात्रों ने पढ़ा है उसी का रिवीजन करें। अंतिम के कुछ दिनों कोई नया टापिक पढ़ने का विचार न करें। फीजिक्स में न्यूमेरिकल को दिन में कभी भी आधा या एक घंटा देकर उस पर पकड़ बना सकते हैं।
अरिहंत क्लासेज के गणित के एक्सपर्ट आरके बंसल ने बताया कि हर विषय के टापिक को 20-20 मिनट या आधा घंटे का समय देकर उसका रिवीजन करते रहें। हर टापिक को पढ़ने के बाद आखिर में समय निश्चित कर माक टेस्ट दें। ताकि प्रेशर के बीच समय से प्रश्नों को हल करने का अभ्यास हो जाए। हर भाग से छात्रों को पांच मुश्किल सवाल छोड़ने का विकल्प रहेगा। इसलिए शांतिपूर्वक परीक्षा की तैयारी करें।
एलएलबी में प्रवेश के लिए मांगे आवेदन : एलएलबी व बीएएलएलबी में प्रवेश के लिए एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने सभी विधि महाविद्यालयों के प्राचार्यों से बार काउंसिल आफ इंडिया की ओर से जारी पत्र मांगे हैं। निर्धारित समय में पत्र उपलब्ध न कराने पर इन महाविद्यालयों में प्रवेश नहीं हो सकेंगे। कुलसचिव डा. राजीव कुमार ने निर्देश दिए हैं कि सत्र 2021 के लिए एलएलबी त्रिवर्षीय व पंचवर्षीय की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी प्रवेश बार काउंसिल आफ इंडिया के प्राविधानों के अंतर्गत किए जाएंगे।इसके लिए महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय व बार काउंसिल आफ इंडिया से प्राप्त स्वीकृत व अनुमोदन पत्र सहायक कुलसचिव संबद्धता को एक सप्ताह में उपलब्ध करा दें। महाविद्यालयों को सत्र 2021-22 के लिए बार काउंसिल आफ इंडिया से प्राप्त अनुमति व स्वीकृत सीटों की संख्या, विश्वविद्यालय द्वारा प्राप्त संबद्धता एवं कक्षा संचालन की अनुमति, महाविद्यालय के अनुमोदित प्राचार्य व शिक्षकों की जानकारी देनी होगी। बार काउंसिल आफ इंडिया का पत्र महाविद्यालयों को नोटिस बोर्ड पर चस्पा करना होगा। विधि संकायाध्यक्ष डा. अमित सिंह ने बताया कि एलएलबी में प्रवेश के लिए जल्द पंजीकरण शुरू किए जाएंगे।