इस सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी बनी मयखाना, मरीज बेहाल, परिजनाें ने किया हंगामा Bareilly News
वह नशे में कुर्सी पर बैठे मिले। उनके हावभाव बातचीत से मरीजों को शक हुआ तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप लगाया कि बेसुध बैठे डॉक्टर मरीजों को गलत दवा दे सकते हैं।
जेएनएन, बरेली : जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जिन डॉक्टरों को गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाने का जिम्मा दिया गया। वह नशे में कुर्सी पर बैठे मिले। उनके हावभाव, बातचीत से मरीजों को शक हुआ तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप लगाया कि बेसुध बैठे डॉक्टर मरीजों को गलत दवा दे सकते हैं। उनकी जिंदगी मुश्किल में डाल सकते हैं। देर रात हंगामा होता रहा तो एडीएसआइसी को इमरजेंसी वार्ड पहुंचना पड़ा। आननफानन उन्होंने ईएमओ को वहां से हटाकर दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी लगाई।
र्इएमअो काे ड्यूटी से हटाया
मामला बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे का है। ईएमओ डॉ. शैलेश रंजन ड्यूटी पर शराब पीकर बैठ गए। काफी देर तक डॉक्टर का ड्रामा चला। मरीज परेशान होने लगे। इस पर मरीजों ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि ईएमओ भी मरीजों व उनके तीमारदारों से भिड़ गए। सूचना मिलते ही एडीएसआइसी डॉक्टर टीएस आर्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने ड्यूटी से ईएमओ डा. शैलेश रंजन को हटा दिया। उनकी जगह कुछ देर पहले ही ड्यूटी से गए डॉ हरीश चंद्र को वहां बैठाया और डॉक्टर निर्मल को ड्यूटी करने के लिए बुला लिया। कुछ देर बाद डॉ. निर्मल पहुंचे और उन्होंने इमरजेंसी की व्यवस्था संभाली। एडीएसआइसी ने बताया कि शराब पीकर इमरजेंसी में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।