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बरेली शहर की दो प्रमुख सड़कों की हालत सुधरने की जगी उम्मीद, जानें कौन से हैं ये सड़कें, कैसे सुधरेंगे हालात

शहर के दो प्रमुख मार्गों के हाल सुधरने की उम्मीद बढ़ गई है। पुराने हाईवे में शामिल इन दोनों सड़कों की बदहाली केंद्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) से दूर की जाएगी। इसके एस्टीमेट केंद्र सरकार तक पहुंच चुके हैं जहां से जल्द मंजूरी की संभावना है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 12:50 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 01:10 PM (IST)
बरेली शहर की दो प्रमुख सड़कों की हालत सुधरने की जगी उम्मीद, जानें कौन से हैं ये सड़कें, कैसे सुधरेंगे हालात
केंद्रीय सड़क निधि से बजट मिलने की उम्मीद, जल्द होगा निर्माण

बरेली, जेएनएन। शहर के दो प्रमुख मार्गों के हाल सुधरने की उम्मीद बढ़ गई है। पुराने हाईवे में शामिल इन दोनों सड़कों की बदहाली केंद्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) से दूर की जाएगी। इसके एस्टीमेट केंद्र सरकार तक पहुंच चुके हैं, जहां से जल्द मंजूरी की संभावना है। रकम मिलते ही दोनों सड़कों का सुधार होगा। इसके बाद वहां वाहन फर्राटा भर सकेंगे।राष्ट्रीय राजमार्ग 74 के शहर के अंदर के भाग बड़ा बाइपास से पीलीभीत रोड होते हुए सेटेलाइट तिराहे तक को फोरलेन करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने करीब साल भर पहले एस्टीमेट तैयार किया था।

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इसे दो बार संशोधन के साथ शासन को मंजूरी के लिए भेजा गया। सड़क एनएचएआइ को हस्तांतरित होने के बावजूद केंद्र सरकार ने एक बार सड़क के नवीनीकरण के लिए अनुमति दी। इस पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने करीब 123 करोड़ रुपये का एस्टीमेट सीआरएफ के लिए भेजा। एस्टीमेट केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है। इसमें करीब 11 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कराया जाएगा।

वहीं, रजऊ से चौपुला होते हुए परसाखेड़ा तक मार्ग पुराना नेशनल हाईवे का हिस्सा है। इस मार्ग पर कई जगह सड़क काफी खराब है। सबसे अधिक सिटी स्टेशन के पास रोड खराब है। वहां करीब नौ सौ मीटर सड़क सीसी (सीमेंट, कंक्रीट) की बनाए जाने का काम एस्टीमेट में शामिल है। करीब 24 किलोमीटर लंबी इस सड़क के नवीनीकरण, सतह सुधार के लिए 20.67 करोड़ का एस्टीमेट बनाया गया है।

शासन की ओर से यह एस्टीमेट भी केंद्र सरकार को भेजा गया है। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अरविंद कुमार ने बताया कि पुराने नेशनल हाईवे के शहर के हिस्सों का नवीनीकरण व सुधार का काम कराया जाना है। इसके लिए एस्टीमेट सीआरएफ में भेजे गए हैं। एस्टीमेट स्वीकृत होने के बाद सड़कों का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।


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