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रुविवि में कैनवास पर 37 आर्टिस्ट इसलिए उकेर रहे 30 महापुरुषों के चित्र Bareilly News

राज्य ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय केंद्र की ओर से आयोजित विशेष शिविर में देशभर से जुटे 37 राष्ट्रीय स्तर के कलाकार जुटे है जो 30 महापुरुषों के चित्रों को कैनवास पर उकेर रहे है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Wed, 15 Jan 2020 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 10:00 AM (IST)
रुविवि में कैनवास पर 37 आर्टिस्ट इसलिए उकेर रहे 30 महापुरुषों के चित्र Bareilly News
रुविवि में कैनवास पर 37 आर्टिस्ट इसलिए उकेर रहे 30 महापुरुषों के चित्र Bareilly News

जेएनएन, बरेली : रुहेलखंड विश्वविद्यालय में मंगलवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकार शिविर का आगाज हो गया। राज्य ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय केंद्र की ओर से आयोजित इस विशेष शिविर में देशभर से जुटे 37 राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने राष्ट्र के 30 महापुरुषों के चित्रों को कैनवास पर उकेरना शुरू कर दिया। कोई स्वामी विवेकानंद का तेजमान चित्र बना रहा है तो किसी ने भगत सिंह को चित्रित करने का काम शुरू किया है।

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कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला ने शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी और राष्ट्रीय स्तर के चित्रकारों से शहर के युवाओं को सीख लेने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक आनंद ने कहा कि चित्रकार ही देश का आइना होता है।

वह जो चित्रित करता है उसे पूरी दुनिया देखती है। राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पुंडीर ने बताया कि अकादमी के दो केंद्र स्थापित हुए हैं। पहला वाराणसी में और दूसरा बरेली में। यह केंद्र रुहेलखंड में पडऩे वाले प्रत्येक जनपद के कलाकारों को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

18-20 को चित्रों का होगा प्रदर्शन

राज्य ललित कला अकादमी के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. रामबाबू सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि शिविर में तैयार होने वाले सभी चित्रों का प्रदर्शन 18 से 20 जनवरी को किया जाएगा। इसके अलावा 18 जनवरी को अंतर महाविद्यालीय रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।

आजादी की कहानी बयां करेंगे चित्र

आयोजन सह सचिव डॉ. विमल ने बताया कि सभी महापुरुषों के चित्र देखने पर हर किसी के मस्तिष्क में आजादी की पूरी कहानी चित्रित हो जाएगी। इसके अलावा देश की तरक्की, सामाजिक बदलाव आदि में योगदान करने वाले महापुरुषों को भी इसमें शामिल किया गया है। पं. दीन दयाल उपाध्याय, पं. मदन मोहन मालवीय, रज्जू भैया जैसे कई महान हस्तियां इसमें शामिल हैं।  


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