Lifestyle : दंगल फिल्म की हेयर स्टाइल का ट्रेंड लड़कियों में बढ़ा रहा आत्मविश्वास Bareilly News
वर्ष 2016 में प्रदर्शित हुई दंगल फिल्म की नायिकाओं की हेयर स्टाइल लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ा रही है। लड़कियाें का मानना है कि छोटे बालों से आत्मविश्वास बढ़ता है।
जेएनएन, बरेली : वर्ष 2016 में प्रदर्शित हुई दंगल फिल्म की नायिकाओं की हेयर स्टाइल लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ा रही है। लड़कियाें का मानना है कि छोटे बालों से आत्मविश्वास बढ़ता है। दंगल फिल्म आने के बाद से लड़कियों में छोटे बाल रखने का चलन काफी बढ़ा है। व्यक्तित्व की सौंदर्यता पर चार चांद लगाने वाली हेयर स्टाइल में छोटे बाल रखने का ट्रेंड ज्यादा देखने को मिल रहा है। हालांकि इसमें भी अलग-अलग तरह की हेयर स्टाइल को महिलायें व छात्राएं अपना रही है। वह चेहरे की बनावट, बालों की क्वालिटी आदि का पूरा ध्यान रख उपयुक्त स्टाइल चुनती हैं।
लॉ लाइन हेयर कट : बॉब हेयरकट 80 के दशक में महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय रहा है। यह हेयर कट फिर ट्रेंड में है। इस स्टाइल में बॉब लेंथ लॉ लाइन तक बंद हो जाती है। डायमंड फेस शेप वाली महिलाओं की ठुड्डी नुकीली होती है तो उन पर बॉब कट और लॉ लाइन हेयर कट ज्यादा फबती है।
मीडियम लेंथ हेयर कट का भी ट्रेंड : मीडियम लेंथ हेयर कट भी इन दिनों खूब पसंद किया जा रहा है। यह उन महिलाओं के लिए अच्छा ऑप्शन है, जो अपने लंबे बाल कटवाना नहीं चाहती हैं और ज्यादा छोटे बाल भी नहीं चाहती हैं। बालों को खुला या बांधकर दोनों तरह रख सकते हैं। इसके लिए आप लांग ब्लंट कट करवा सकती हैं। या फिर बालों में बैंग्स या लेयर कट भी करवाना भी अच्छा आप्शन होगा।
स्टाइल के लिए ले रहीं एक्सपर्ट की सलाह : लड़कियां बाकायदा हेयर स्टाइल एक्सपर्ट से टिप्स लेने के बाद अपने लुक पर निर्णय ले रही हैं। बरेली कॉलेज की चीफ प्रॉक्टर डॉ. वंदना शर्मा ने भी छोटे बाल ही रखे हैं। वह कहती हैं कि इस हेयर स्टाइल से उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
मुङो छोटे बाल रखना अच्छा लगता है। इससे चेहरे की चमक भी बढ़ी रहती है और लुक भी बोल्ड रहता है। दंगल फिल्म के बाद तो छोटे बाल रखने वाली लड़कियों की संख्या काफी बढ़ गई है। अनुपम गंगवार, छात्र बीएससी बरेली कॉलेज
छोटे बाल रखने से एक अलग तरह का आत्मविश्वास आता है। आमतौर पर लोग बेटियों को कमजोर समझते हैं। इन बालों के साथ जो लुक आता है उसमें कभी कोई यह गलती नहीं कर सकता। दीक्षा शर्मा, छात्र बरेली कॉलेज