गंगा एक्सप्रेस वे : फर्राटा भरने की कवायद तेज, यूपीडा की टीम ने किया सर्वे Bareilly News
प्रोजेक्ट अभी प्रारंभिक अवस्था में है। तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर चर्चा परखने के बाद ही उच्च स्तरीय कमेटी रूट पर अंतिम निर्णय लेगी।
बरेली, जेएनएन : मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेस वे को जमीन पर उतारने की कवायद तेज हो गई। गुरुवार को स्थलीय व तकनीकी सर्वे के लिए उप्र एक्सप्रेसवे एवं औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की टीम शहर पहुंची। टीम ने आंवला में एसडीएम अरुण कुमार तिवारी और तहसीलदार से भूमि अभिलेख, अधिग्रहण प्रक्रिया इसमें लगने वाले संभावित समय आदि की जानकारी भी की।
देखा किन-किन गांव में लेनी पड़ेगी भूमि
सर्वे टीम में परियोजना के नोडल अधिकारी और यूपीडा के डिप्टी कलेक्टर शामिल थे। अधिकारियों ने कई जगह भूमि देखी। अधिकारियों ने बताया कि टीम ने कुछ जगहों का सर्वे किया। देखा कि किन-किन गांवों में जमीन लेनी होगी। कितने किसान प्रभावित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कुंभ में की थी घोषणा
यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। उन्होंने प्रयागराज अर्द्धकुंभ में इसकी घोषणा की थी। परियोजना के नोडल अधिकारी चुनकूराम पटेल ने बताया कि प्रोजेक्ट अभी प्रारंभिक अवस्था में है। तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर चर्चा, परखने के बाद ही उच्च स्तरीय कमेटी रूट पर अंतिम निर्णय लेगी।
बिलारी, आंवला, रायबरेली रूट उपयुक्त
एक्सप्रेस वे की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी मैसर्स एनएन मालवीय इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स कंपनी को दिया गया है। कंपनी ने तीन प्रस्ताव बनाकर दिए थे। इनमें बिलारी (मुरादाबाद), आंवला (बरेली), रायबरेली होते हुए प्रयागराज वाला रूट सबसे उपयुक्त पाया गया है।