डॉक्टर ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर बेंच दी भाइयों की भी संपत्ति, दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मुकदमा
सिविल लाइंस निवासी एक डॉक्टर ने दस्तावेजों में हेराफेरी कर अपने स्वजन को मृतक दिखाकर पैतृक संपत्ति को 70 लाख में बेच दिया। पीडितों को पता चला तो उन्होंने विरोध कर मामले की शिकायत एडीजी से की। आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
बरेली, जेएनएन। सिविल लाइंस निवासी एक डॉक्टर ने दस्तावेजों में हेराफेरी कर अपने स्वजन को मृतक दिखाकर पैतृक संपत्ति को 70 लाख में बेच दिया। पीडितों को पता चला तो उन्होंने विरोध कर मामले की शिकायत एडीजी से की। एडीजी के आदेश पर आरोपित डॉक्टर के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। सिविल लाइंस निवासी राजकरन पुरी ने बातया की उनके परदादा प्रेम सिंह पुरी का निधन 1932 में हुआ रहा। परिवार संयुक्त था। परिवार के तीन सदस्य डॉक्टर सन्मुख सिंह पुरी, प्रकाश पुरी और डॉक्टर महिपाल सिंह पुरी है। आरोप है कि महिपाल सिंह पुरी ने परिवार का फर्जी समझौतानाम बनाकर 2014 मे कोर्ट को गुमराह कर अपने नाम संपत्ति दिखाई जिसमें डॉक्टर सन्मुख सिंह पुरी एवं प्रकाश पुरी की मृत्यु हो चुकी है। आरोप है कि महिपाल सिंह ने धोखाधड़ी कर पैतृक संपत्ति जिसकी कीमत एक करोड़ से अधिक है। उसे महज 70 लाख में बेंच दी। इस दौरान इसने एक पैतृक संपत्ति के पेड़ कटवा कर बेंच दिया। इंस्पेक्टर गीतेश कपिल ने बातया मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।