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कनेक्टिविटी की समस्या छुड़ा रही अफसरों और केंद्र व्यवस्थापकों के पसीने Bareilly News

यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो गईं। पहले दिन व्यवस्था ध्वस्त होने के बाद कनेक्टिविटी की समस्या रही वहीं पुलिस-प्रशासन भी सुरक्षा देने में विफल रहा।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 09:51 AM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 05:51 PM (IST)
कनेक्टिविटी की समस्या छुड़ा रही अफसरों और केंद्र व्यवस्थापकों के पसीने Bareilly News
कनेक्टिविटी की समस्या छुड़ा रही अफसरों और केंद्र व्यवस्थापकों के पसीने Bareilly News

जेएनएन, बरेली: यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो गईं। पहले ही दिन व्यवस्था ध्वस्त होने के बाद केंद्रों पर कनेक्टिविटी की समस्या रही, वहीं पुलिस-प्रशासन भी सुरक्षा देने में विफल रहा। असुरक्षा के बीच परीक्षा केंद्र से संकलन केंद्र तक कॉपियां पहुंचाई गईं। जिम्मेदार पल्ला झाड़ते नजर आए।

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परीक्षा पूर्व हुई बैठक में तय हुआ था कि परीक्षा के बाद संकलन केंद्र तक पुलिस सुरक्षा के बीच कॉपियां पहुंचाई जाएंगी। कनेक्टिविटी की समस्या नहीं होने दी जाएगी, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा। एक ओर केंद्रों का लाइव प्रसारण कराने में अफसरों के पसीने छूट गए। वहीं दूसरी ओर कॉपियां पहुंचाने के लिए बाइक, ई-रिक्शा का सहारा लेना पड़ा। कुछ लोग पैदल ही कॉपियों के बंडल लेकर पहुंचे। संकलन केंद्र के नियंत्रक व उप नियंत्रक बेबस नजर आए।

होमगार्ड के हवाले व्यवस्था : कॉपियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होमगार्ड के हवाले छोड़ दी गई। संकलन केंद्र पर भी सिर्फ दो कांस्टेबल तैनात थे। शहर से लेकर देहात तक यह स्थिति बनी रही। परीक्षा के बाद कॉपियों का बंडल अधिकांश केंद्रों से परिचायक के हाथों में थमा दिया गया। कुछ जगह जिले की ओर आने वाले शिक्षकों को यह जिम्मेदारी सौंप दी गई।

पिछले वर्ष कापी लूटने की हुई थी कोशिश: आवंला के परीक्षा केंद्र पर पिछले वर्ष कॉपियां संकलन केंद्र लाने के दौरान रास्ते में केंद्र व्यवस्थापक के साथ मारपीट की गई थी। लूटने में नाकाम रहने पर कॉपियों को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की गई थी। पिछली घटना से पुलिस ने सबक नहीं लिया और इस बार भी संकलन केंद्र तक खुले में कॉपियां पहुंचाई गईं।

नहीं मिला कोई नकलची: वैसे तो हर बार परीक्षा में नकलची पकड़े जाते हैं। इस बार परीक्षा की वेबकॉस्टिंग होने के चलते सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, वॉयस रिकॉर्डर, राउटर, ब्राडबैंड के माध्यम से जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से निगरानी की गई। जो सीधे लखनऊ स्थिति प्रांतीय मुख्यालय से जोड़ा गया है। दोनों पालियों में एक भी नकलची नहीं पकड़े जाने से अफसरों ने चैन की सांस ली।

हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस बल मुस्तैद किया गया था। परीक्षा केंद्र से संकलन केंद्र तक कॉपियां पहुंचाने में पुलिस के मौजूद नहीं होने की किसी केंद्र व्यवस्थापक ने शिकायत नहीं की। पुलिस की सुरक्षा में ही कॉपियां संकलन केंद्र तक पहुंचाई जाएंगी।

रविंद्र कुमार एसपी सिटी 

नंगे पैर परीक्षा कक्ष में भेजा

इस्लामियां गल्र्स इंटर कॉलेज की दूसरी पाली में परीक्षार्थियों के जूते-मोजे, सैंडल और यहां तक की चप्पल भी उतरवा दी गईं। परीक्षार्थियों ने विरोध भी किया लेकिन, उनकी एक न सुनी गई। सिर्फ प्रवेश पत्र, रजिस्ट्रेशन पत्र और पहचान पत्र या आधार कार्ड के साथ ही परीक्षा कक्ष में जाने दिया गया।


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