बाजार पर चढ़ा देशभक्ति का रंग, जमकर बिक रहा तिरंगा Bareilly News
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ देश की सियासत में ही नहीं पतंग बाजार में भी छाए हैं।
बरेली, जेएनएन : जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने का असर सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने शहर के बाजार पर भी दिख रहा है। लोग स्वतंत्रता दिवस पर अपनी खुशी का इजहार करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज की जमकर खरीददारी कर रहे हैं। खास बात पन्नी या प्लास्टिक शीट के बजाय कागज व कपड़े के झंडे काफी पसंद किए जा रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर वैसे तो तिरंगे की मांग हर वर्ष रहती है। इस बार उत्साह और मांग नई ऊंचाई पर है। दुकानदारों के अनुसार कागज का तिरंगा लोगों को ज्यादा पंसद आ रहा है। यह सस्ता है और आकर्षक भी। इसके अलावा कपड़े के झंडे भी लोग खरीद रहे है। तिरंगा बैज, टोपी, मुखौटे भी खूब भा रही हैं। पांच से लेकर 100 रुपये तक के झंडे बाजार में हैं।
सतरंगी होने को आसमान तैयार
रक्षाबंधन पर शहर का आसमान फिर सतरंगी होने को तैयार है। पतंगबाजी का शौक शहर के लिए कोई नया नहीं है। बच्चे जहां छोटा भीम, टॉम एंड जेरी काटरून वाली पतंगे पसंद कर रहे हैं तो युवा आइ एम इंडियन, कौन बनेगा करोड़पति, तिरंगा और मोदी, योगी ब्रांड की पतंगे खरीद रहे हैं।
बरतें सावधानी
- आबादी की बजाय पतंगबाजी मैदानी इलाकों में या फिर खुले पार्क में करें।
- चाइनीज मांझा की बजाय देशी कॉटन मांझा का इस्तेमाल करें।
- पुलों पर धीमी गति में चलें, मांझा की वजह से ज्यादातर हादसे पुलों पर ही हुए हैं।
- दोपहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनें।
गुजरात, जयपुर में मकर संक्रांति और दिल्ली में 15 अगस्त की तरह शहर में रक्षाबंधन को पतंगबाजी होती है। कोई किसी भी धर्म का भले हो, सभी खुशी से शरीक होते हैं। -रजत, कुतुबखाना
अब तो मोबाइल और दूसरे मनोरंजन के साधन आने से यह थोड़ा कम हो गया है। पहले शहर में पतंगबाजी देखते ही बनती थी। -मुहम्मद नजीर, सराय खाम
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पतंग बाजार में मोदी
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ देश की सियासत में ही नहीं, पतंग बाजार में भी छाए हैं। इस बार रक्षाबंधन पर आसमान में मोदी के चित्र वाली भी पतंगे उड़ेंगी। तिरंगे, राष्ट्रभक्ति के संदेशों वाली पतंगों के बीच सबसे ज्यादा मांग मोदी और योगी ब्रांड पतंग की है।
तिरंगे से लेकर देशभक्ति तक
बाजार में तिरंगे से कार्टून, कौन बनेगा करोड़पति के चित्रों वाली पतंगें हैं। इनकी कीमत एक से लेकर दो हजार रुपये तक है। कागज व पन्नी की तुलना में सबसे मंहगी पतंग कॉटन के कपड़े की हैं।
यहां से दिल्ली तक जाता है माल
यहां की पतंगे और मांझा दिल्ली, लखनऊ आदि शहरों तक तक जाता है। खरीदारी करने आए गौरव बताते है कि वह मांझा और बीस पतंगे अपने भाई के लिए दिल्ली ले जा रहे हैं। वहां तो दोगुने मूल्य पर यह सामान मिलता है।