Move to Jagran APP

सावधान! लोगों के बीच घूम रहे टीबी के कैरियर

स्वास्थ्य विभाग की नजर से दूर कई टीबी रोगी लोगो के बीच कैरियर बनकर घूम रहे है। टीबी का इलाज नही करा रहा एक मरीज हर साल करीब 15 लोगो को बीमारी बांट सकता है।

By Edited By: Published: Mon, 12 Feb 2018 02:45 AM (IST)Updated: Mon, 12 Feb 2018 08:55 AM (IST)
सावधान! लोगों के बीच घूम रहे टीबी के कैरियर
सावधान! लोगों के बीच घूम रहे टीबी के कैरियर
जागरण संवाददाता, बरेली: स्वास्थ्य विभाग की नजर से दूर कई टीबी रोगी लोगो के बीच कैरियर बनकर घूम रहे है। टीबी का इलाज नही करा रहा एक मरीज हर साल करीब 15 लोगो को बीमारी बांट सकता है। दो माह पहले पांच लाख की आबादी को नमूना मानकर जिले मे विभाग ने सर्वे किया था जिसमे 85 नए मरीजो की पहचान की गई। अब आशा वर्कर इनकी पहचान करने मे विभाग की मदद करेगी। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने वाले लोग तेजी से इस बीमारी की चपेट मे आ रहे है। जिला क्षय रोग विभाग फिर एक बार लापता मरीजो की खोज शुरू करने वाला है, लेकिन इससे पहले आशा वर्कर को प्रेरित करके घर-घर से रोगियो को खोजकर इलाज करवाने की तैयारी विभाग की है। 24 फरवरी से मरीज खोजी अभियान शुरू किया जाएगा। इस तरह तेजी से फैल रही बीमारी टीबी का ऐसा मरीज जिसकी जांच नही हुई है। माइको बैक्टीरिया ट्यूबरक्लोसिस से ग्रसित मरीज के बलगम मे बीमारी का कीटाणु होता है। उसके खांसने के दौरान संपर्क मे आने वाले इससे प्रभावित हो जाते है। करीब 1500 मरीज 'लापता' अनुमान के अनुसार जिले मे टीबी के करीब पंद्रह सौ मरीज लापता चल रहे है। आंकड़ो के अनुसार एक लाख की जनसंख्या मे एक साल मे टीबी के 237 मरीज हो जाते है। इस हिसाब से जिले की 49 लाख की आबादी मे करीब साढ़े ग्यारह हजार मरीज हो सकते है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ो मे 7887 मरीज पंजीकृत है, जबकि करीब 2300 मरीज प्राइवेट अस्पतालो के अलग है। ऐसे मे ये माना जा रहा है कि़ 1500 मरीज लोगो के बीच मे और हो सकते है। आशा वर्कर करेगी स्क्रीनिंग, घर-घर तलाशे जाएंगे रोगी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे करीब 2675 और शहरी क्षेत्र मे 170 आशा वर्कर है। ग्रामीण क्षेत्र मे एक आशा करीब एक से डेढ़ हजार आबादी का रिकार्ड रखती है और शहरी क्षेत्र मे एक आशा पर दो से ढाई हजार आबादी का रिकार्ड होता है। आशा को अपने क्षेत्रो मे स्क्रीनिंग करके लक्षण मिलने वाले मरीजो की बलगम की जांच कराने को कहा है। वर्जन स्वास्थ्य विभाग की नजर से टीबी के कई मरीज दूर है। उनकी खोज कर इलाज दिलवाने के लिए जल्द घर-घर रोगी तलाशने का अभियान शुरू होगा। सभी आशा वर्कर को भी रोगी तलाशने को प्रेरित किया गया है। डा. एसके गर्ग, जिला क्षय रोग अधिकारी

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.